कोण्डागांव  : प्रभारी मंत्री ने ली विभागों की समीक्षा बैठक
कोण्डागांव  : प्रभारी मंत्री ने ली विभागों की समीक्षा बैठक
  • शासन की महत्वाकांक्षी योजनाओं का मुस्तैदी से क्रियान्वयन सुनिश्चित करें अधिकारी- प्रभारी मंत्री
  • जनहित कार्ययोजनाओं के जमीनी स्तर पर लागू करने में जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों का समन्वय जरूरी

 ‘योजनाओं के धरातल स्तर पर क्रियान्वयन में अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों की सहभागिता अत्यन्त आवश्यक है। इसी प्रकार किसी भी योजनाओं के कार्यक्रम का व्यापक प्रचार-प्रसार भी जरूरी है। जिससे माननीय मुख्यमंत्री के मंशानुरूप समाज के अंतिम पंक्ति के व्यक्ति भी इससे लाभांवित हो। अतः स्थानीय जनप्रतिनिधियों को इस प्रकार की योजनाओं के शुभांरभ अथवा लोकार्पण के अवसर पर अनिवार्य रूप से जानकारी दें।‘

आज 27 जून को कलेक्ट्रेट के सभाकक्ष में आयोजित अपने प्रथम विभागीय समीक्षा बैठक में केबिनेट मंत्री (छत्तीसगढ़ शासन), वाणिज्य कर, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री कवासी लखमा ने उक्त आशय के विचार प्रकट किये। उन्होने आगे कहा कि कोरोना काल जैसे विपरित परिस्थितियों में भी जिला प्रशासन द्वारा शासकीय योजनाओं के संबंध में सराहनीय कार्य किया गया है। इसके लिए सभी विभाग साधुवाद के पात्र हैं, परन्तु आने वाले समय में जिले के अंदरूनी क्षेत्र में प्रगतिरत् एवं अप्रारंभ निर्माण कार्यों को गुणवत्ता के आधार पर पूरे किये जायें। इसके पूर्व कलेक्टर श्री पुष्पेन्द्र कुमार मीणा द्वारा समीक्षा बैठक में पीपीटी के माध्यम से जिले के समस्त विभागों के योजनाओं एवं कोरोना की वर्तमान स्थिति टीकाकरण, कोरोना के तीसरी लहर के लिए तैयारी, वर्षा की स्थिति, बाढ़ एवं अतिवृष्टि से बचाव, मौसमी बीमारियों से बचाव की तैयारी, खाद बीज के भण्डारण की स्थिति, समितियों में शेष धान के उठाव की स्थिति, मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना, धान के बदले अन्य फसल लेने की स्थिति, नरवा की उपलब्धियां, जिले के गोठान, गोधन न्याय योजना, वर्मी कम्पोस्ट बिक्री, मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान, वनोपज क्रय एवं भुगतान तथा जल जीवन मिशन, उड़ान आजीविका केन्द्र, मोचो जचकी मोचो अस्पताल एवं पर्यटन के संबंध में विस्तारपूर्वक ब्यौरा दिया गया। उन्होंने कहा कि जिले में विभागों की हितग्राही मूलक योजनाओं को समन्वय कर नई रणनीति तैयार की गई है और मैदानी जरूरतों को चिन्हांकित कर उनके अनुरूप नीतियां एवं योजनाएं बनाने की दिशा में कार्य प्रारंभ कर दिया गया है और प्रत्येक गतिविधि का लक्ष्य योजनाओं का जनकल्याणकारी स्वरूप को तय करने के साथ-साथ उसे पात्र हितग्राही तक पहुंचाने की पुख्ता व्यवस्था की जा रही है। कुल मिलाकर इन कार्यों से जहां क्षेत्र में विकास की गति अप्रत्यासित रूप से बढ़ी है वहीं ग्रामीण जनमानस में इन जनोपयोगी कार्यों की स्वीकृति से शासन के प्रति विश्वास की भावना में वृद्धि हुई है।

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टीम भावना के साथ जिले के विकास को नई गति देवें-विधायक मोहन मरकाम

इस मौके पर क्षेत्र के विधायक मोहन मरकाम ने कहा कि जिले का विकास जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों का सर्वोपरि लक्ष्य है और यह विकास आपसी समन्वय एवं सहयोग से ही संभव है। अतः सभी विभाग टीम भावना के साथ कार्य करें और यह संकल्प लेवें कि शिल्प नगरी के नाम से पूर्व से ही विख्यात कोण्डागांव जिले को उद्यानिकी, कृषि एवं रोजगार के क्षेत्र में भी इसकी अलग पहचान हो। उन्होंने आगे कहा कि जिस प्रकार ‘एरोमेटिक कोण्डानार‘ परियोजना के माध्यम से जिले के कृषकों को सुगंधित फसल लेने के लिए प्रेरित किया जा रहा है वह विशेष रूप से सराहनीय है। इसके अलावा सांसद श्री दीपक बैज ने कहा कि चूंकि एक लंबे अंतराल के बाद इस प्रकार के समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया है और इस बैठक में दिये गये निर्देशों के अमल का गंभीरतापूर्वक प्रयास किया जाना चाहिए और भविष्य की बैठकों में इसके अद्यतन प्रगति की जानकारी ली जावेगी। विधायक केशकाल श्री संतराम नेताम ने कहा कि विभागों द्वारा निःसंदेह अच्छा कार्य किया जा रहा है। फिर भी कहीं अगर सुधार की आवश्यकता है तो जनप्रतिनिधिगण एवं अधिकारी परस्पर समन्वय से उसका निदान कर सकते हैं। बैठक में विधायक (नारायणपुर) श्री चंदन कश्यप, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री देवचंद मातलाम, उपाध्यक्ष श्री रवि घोष, एसपी श्री सिद्धार्थ तिवारी, जिला पंचायत सीईओ श्री डीएन कश्यप, वनमंडलाधिकारी श्री उत्तम गुप्ता सहित सभी जिला अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।

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