कोण्डागांव :  संवैधानिक अधिकारों को जानकर युवा आदिवासी संस्कृति को साथ लेकर करें विकास- विधायक मोहन मरकाम
कोण्डागांव : संवैधानिक अधिकारों को जानकर युवा आदिवासी संस्कृति को साथ लेकर करें विकास- विधायक मोहन मरकाम

कोण्डागांव । विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर कोण्डागांव नगर चैपाटी स्थल पर पारंपरिक नृत्य प्रतियोगिता एवं आदिवासी सम्मेलन का आयोजन किया गया।

इस अवसर पर विधायक कोण्डागांव मोहन मरकाम, सर्व आदिवासी समाज अध्यक्ष बंगाराम सोढ़ी, पूर्व विधायक लता उसेण्डी, कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा, उपायुक्त आदिवासी विकास आरएस भोई सहित समस्त आदिवासी समाज प्रमुख, गायता, पुजारी एवं अन्य समाज प्रमुख इस सम्मेलन मे उपस्थित हुए। जहां बाईक रैली के उपरांत ग्राम देवी-देवताओं की पूजा अर्चना के साथ आयोजन प्रारंभ किया गया।

इस दौरान आदिमजाति अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान नवा रायपुर के तत्वाधान में पारंम्परिक आदिवासी नृत्यों की प्रतियोगिता आयोजित की गई थी। जिसमें विभिन्न ग्रामों से आये नृतक दलों ने पारंपरिक वेशभूषा में सुन्दर नृत्य प्रस्तुत किया। जिसका आनंद विभिन्न ग्रामों से आये युवाओं ने लिया।

इस नृत्य प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले समूहों को विधायक द्वारा प्रोत्साहन राशि से सम्मानित किया गया। जिसमें मांदरी लोक नृत्य दल मालाकोट, जय सेवा लोक नृत्य दल उमरगांव, गेड़ी मांदरी लोक नृत्य दल चारगांव, मांदरी लोक नृत्य दल कोरहोबेड़ा को विधायक द्वारा नगद प्रोत्साहन राशि के रूप में 10-10 हजार रूपये प्रदान किया गया।

इस दौरान आयोजन में आये युवाओं ने समाज प्रमुखों से युवा मन में आदिवासी समाज के प्रति अपनी जिज्ञासा के विषयों के संबंध में कई सवाल पूछे। जिसका समाज प्रमुखों द्वारा जवाब देते हुए युवाओं को शिक्षा, संस्कृति, विज्ञान और संविधान के प्रति जागरूकता एवं जानकारी के द्वारा समाज को दिशा प्रदान करने के लिए प्रेरित किया। इस मौके पर विधायक श्री मोहन मरकाम ने युवाओं को पेशा कानून एवं अन्य अनुसूचित जनजातियों के संरक्षण हेतु किये गये संवैधानिक प्रावधानों के प्रति जागरूक करते हुए युवाओं को संवैधानिक अधिकारों की जानकारी प्राप्त कर संस्कृति एवं प्रथाओं को संरक्षित करने हेतु शिक्षा एवं ज्ञान के साथ विकास करने को कहा। इस दौरान विधायक से युवाओं ने आदिवासी हितों पर कई प्रश्न पूछे जिनका उन्होंने सरलता एवं स्वाभाविकता के साथ उत्तर दिया एवं जनजातिय क्षेत्रों में शासन द्वारा वनाधिकार पट्टो के वितरण, सांस्कृतिक गौरव की रक्षा हेतु प्रयास एवं योजनाओं के संबंध में जानकारी देते हुए इन क्षेत्रों में विकास न होने एवं अत्यधिक मदिरापान जैसी कुरीतियों पर चिंतन किया।


सर्व आदिवासी समाज अध्यक्ष बंगाराम सोढ़ी ने जनजातिय लोगों के पिछड़ेपन के कारणों पर समीक्षा करते हुए समाज के विकास हेतु युवाओं को शिक्षा, व्यापार, रोजगार देने आदि के क्षेत्र में कदम बढ़ाकर समाज को नई दिशा देने को प्रेरित किया। कलेक्टर ने युवाओं को अधिक से अधिक शिक्षा पाकर उस ज्ञान को समाज के विकास में परिवर्तित करते हुए आदिवासी समाज को जागरूक करने के लिए आगे आने हेतु प्रेरित किया। इस अवसर पर विधायक, कलेक्टर एवं सभी समाज प्रमुखों एवं युवाओं ने जनजातिय गीतों पर नृत्य का आंनद भी लिया।