गाँधी जी के संस्कारों का समावेश हमारे जीवन में होना चाहिए - संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत
गाँधी जी के संस्कारों का समावेश हमारे जीवन में होना चाहिए - संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत

हिन्दी साहित्य और गांधीवाद पर आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया है. संस्कृति मंत्री अमरजीत ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया.

कार्यकम को संबोधित किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा की गाँधी जी का जीवन प्रसंग हमें संस्कारयुक्त वातावरण प्रदान करते हैं. इस अवसर पर उन्होंने छत्तीसगढ़ मित्र पत्रिका के गांधी विशेषांक का विमोचन किया साथ ही गाँधी जी के जीवन पर आधारित प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया.

दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफ़ेसर पी. मोहन ने कहा कि गांधी जी ने अपने पुस्तक हिन्द स्वराज में लिखा है कि देश ग्राम सुराज से आगे बढेगा. छत्तीसगढ़ और यहाँ के आदिवासियों का जीवन उस भारतीय परंपरा के उदाहरण हैं जो सैलून पूर्व से चली आ रही है.

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