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  • असाक्षर लोगों को शिक्षित करना हम सभी का कर्तव्य-विधायक श्री विनय भगत
  • मनुष्य के आर्थिक सामाजिक राजनैतिक सभी क्षेत्रों में विकास के लिए शिक्षा महत्वपूर्ण-जिला पंचायत अध्यक्ष
  • मनुष्य के सर्वांगीण विकास के लिए शिक्षा अत्यंत आवश्यक -कलेक्टर
  • अभियान के माध्यम से असाक्षर लोगों में अक्षर ज्ञान के साथ ही चीजों के प्रति समझ की जाएगी विकसित

जशपुर के जिला ग्रंथालय में विधायक जशपुर श्री विनय भगत,  जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती रायमुनि भगत एवं कलेक्टर श्री महादेव कावरे की उपस्थिति में पढ़ना लिखना अभियान के तहत  मोहल्ला कक्षा एवं साक्षरता केंद्र का विकास खण्ड स्तरीय कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी श्री एन. कुजूर, जिला परियोजना अधिकारी जिला साक्षरता मिशन श्री बी.के. जाटवर, नगर पालिका जशपुर के उपाध्यक्ष श्री राजेश गुप्ता, योगेश सिंह, राजेश सिन्हा, स्वयंसेवी शिक्षक, शिक्षार्थी सहित शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधायक जशपुर श्री भगत ने कहा कि मानव की उन्नति का सबसे बड़ा साधन शिक्षा है। मनुष्य को अपने अधिकार व कर्तव्य को जानने समझने के लिए शिक्षा आवश्यक है।

शिक्षा के माध्यम से ही व्यक्ति सही गलत की पहचान कर पाता है। उन्होंने कहा कि जिले के असाक्षर लोगों को शिक्षित करना हम सभी का कर्तव्य है। इस हेतु योजना का सही से क्रियांवयन किया जाना चाहिए।  श्री भगत ने कहा कि यहाँ के लोगों में शिक्षा प्राप्त करने की ललक है। बस उन्हें रास्ता दिखाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि नवशिक्षार्थी स्वयंसेवी शिक्षक सहित अन्य सभी जो इस योजना के माध्यम से जुड़कर असाक्षर लोगों को शिक्षित करने का कार्य करेंगे आप सभी के कंधों पर इस महत्ती कार्य की जिम्मेदारी होगी। इस कार्य मे आपसभी का योगदान महत्वपूर्ण है। हम सभी को इस क्षेत्र में मिलजुल प्रयास करना होगा। 

श्री भगत ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को इस हेतु विशेष कार्ययोजना तैयार कर कार्य करने की बात कही। जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती रायमुनि ने कहा कि शिक्षा का हमारे जीवन मे विशेष महत्व है। शिक्षा के माध्यम से मनुष्य के आर्थिक सामाजिक राजनैतिक सभी क्षेत्रों में विकास होती है। इसलिए सभी का शिक्षित होना आवश्यक है। उन्होंने बताया कि साक्षरता, संस्कृति एवं समाज ये तीनो जीवन के अभिन्न अंग है। शिक्षा से ही व्यक्ति अपनी भावी पीढ़ियों को अच्छे संस्कार, हमारी संस्कृति की जानकारी देकर सभ्य समाज का निर्माण कर सकता है। उन्होंने कहा कि महिलाओं की सशक्तीकरण के लिए भी शिक्षा आवश्यक है। उन्होंने बताया कि इस अभियान का उद्देश्य असाक्षर लोगों को केवल शिक्षा प्रदान करना ही नही बल्कि उन्हें तकनीकी जानकारी देकर उन्हें डिजिटल इंडिया से जोड़ना है।

श्रीमती भगत ने शिक्षा विभाग को इस अभियान में शिक्षार्थियो को सामाजिक व स्वास्थ्य की जानकारी भी प्रदान करने के सुझाव दिए। कलेक्टर श्री कावरे ने शिक्षा विभाग के सभी अधिकारी कर्मचारी को पढ़ना लिखना अभियान के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दी। मनुष्य के सर्वांगीण विकास के लिए शिक्षा बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा की लोगों को ज्ञान बांटना उन्हें शिक्षित करना नेक काम है।  इस कार्य मे सभी की भागीदारी आवश्यक है। सभी के सहयोग से ही यह कार्य पूर्ण हो पाएगा। उन्होंने कहा कि लोगों को इस योजना से जोड़ने के लिए सभी को विशेष कार्य करने की आवश्यकता है। इस हेतु गाँव-गाँव जाकर पारा मोहल्ला टोला में असाक्षर लोगों का चिन्हांकन कर उन्हें योजना से जुड़ने के लिए प्रोत्साहित करना होगा। इसलिए उनके घरों के आस पास ही कक्षाओं का संचालन किया जाए। उनके समय के हिसाब से उनकी कक्षाए लगाए जिससे वे सहज रूप से योजना का लाभ ले सके।

श्री कावरे ने बताया कि इस अभियान के माध्यम से केवल असाक्षर लोगों को अक्षर ज्ञान देना, पढ़ना सीखाना के साथ ही उनमें चीजों की समझ विकसित करना है। उन्हें दिनचर्या की उपयोगी जानकारी प्रदान करना, सही गलत की समझ, संवैधानिक अधिकारों अपने कर्तव्यों के प्रति ज्ञान प्रदान करना है। साथ ही डिजीटल तकनीक, मोबाईल के उपयोग, बैकिंग कार्य कम्प्यूर संबंधि कार्यों की जानकारी उपलब्ध कराना है। उन्होंने माइक्रोप्लान तैयार कर जिले में योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए निर्देशित किया।

उल्लेखनीय है कि जिले में पढ़ना लिखना अभियान के तहत असाक्षर लोगों को शिक्षित बनाने के लिए मोहल्ला कक्षा एवं साक्षरता केंद्र का प्रांरम्भ किया गया है। उक्त अभियान के तहत जिले के 15 से 50 वर्ष के असाक्षर महिला व पुरुष को मोहल्ला साक्षरता कक्षा संचालित कर प्रत्येक दिन 2 घण्टे के मान से 2 माह में 120 घंटे बुनियादी साक्षरता प्रवेशिका आखर झांपी का अध्यापन स्वयं सेवी शिक्षकों, सेवानिवृत्त शिक्षक, स्कूल कॉलेज के छात्र छात्राओं सहित अन्य इच्छुक व्यक्तियों द्वारा प्रदान किया जायेगा। जिले में शैक्षणिक सत्र 2020-21 में चिन्हाकित 4 विकासखंडो के 10293 असाक्षरों को शिक्षा प्रदान किया जाएगा। जिसके अंतर्गत जशपुर में 1159, दुलदुला में 2084, कुनकुरी 4107, एवं कांसाबेल 2940 लोग शामिल है। इस हेतु कुल 1193 साक्षरता केंद्र संचालित किए जा रहे है। जिनमें जशपुर में 155, दुलदुला में 232, कुनकुरी में 457, एवं कांसाबेल में 349 साक्षरता केंद्र शामिल है। स.क्र./1339/सुरजीत