कोरोना लक्षण वाले लोगों को प्रारंभिक चरण में ही कोविड का टीका प्रदान करने के दिए निर्देश
कोविड लक्षणग्रस्त लोगों की पहचान कर उन्हें तत्काल दवाएं देने से संक्रमण रोकने में मिल रही है मदद – मितानिन
ग्रामीणों को नियमित रूप से मास्क के उपयोग एवं सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करने की दी जाती है  समझाईश
घर- घर जाकर लोगों का किया जा रहा है  स्वास्थ्य परीक्षण
जिला स्तरीय एवं ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों द्वारा आपस मे समन्वय से किया जा रहा है अच्छा कार्य

जशपुरनगर 04 मई 2021

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जशपुर जिले के कांसाबेल विकास खण्ड के  मितानीन सम्पत्ति बाई, इंद्रावती चैहान एवं बहुउद्देश्यीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता श्री कृष्ण कुमार मरावी से ग्रामीण इलाको में कोविड-19 संक्रमण की स्थिति और संक्रमितों  के उपचार एवं उनके स्वास्थ्य के बारे में चर्चा करते हुए  दवाई की उपलब्धता और कोरोना संक्रमण की सुरक्षा के संबंध में जानकारी ली।  इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू, मुख्यमंत्री के सचिव श्री सिद्धार्थ कोमल परदेशी उपस्थित थे एवं जशपुर जिले के कांसाबेल विकास खण्ड के एसडीएम सुश्री ज्योति बबली कुजूर, जनपद सीईओ कांसाबेल श्री एल.एन. सिदार, खण्ड चिकित्सा अधिकारी डॉ. संध्या रानी टोप्पो,  खण्ड शिक्षा अधिकारी श्री संजीव कुमार सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी- कर्मचारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने  मितानिनों एवं ग्रामीण स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा कोरोना संक्रमित लोगों के जीवन रक्षा के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की । मुख्यमंत्री ने कहा कि चिकित्सक को भगवान का दूसरा रूप कहा जाता है । प्रदेश में  कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर की रोकथाम और संक्रमित मरीजो की जीवन रक्षा में राज्य की मितानिन बहनें देवी के रूप में काम कर रही हैं।  उन्होंने कहा कि कोरोना नियंत्रण में कार्य कर रहे सभी हेल्थ केअर वर्कर की सुरक्षा आवश्यक है। इसलिए उन्होंने सभी मितानिनों को आवश्यक रूप से मास्क एवं सेनेटाईजर उपलब्ध कराने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया साथ ही संक्रमित होने पर उनका प्राथमिकता से ईलाज कराने की बात कही। मुख्यमंत्री ने शासन द्वारा कोरोना  संक्रमितों  को प्रारंभिक तौर पर दी जाने वाली दवाओं के किट के वितरण आदि के बारे में मितानिनों से पूछा और कहा कि दवा देने के साथ-साथ मरीजों का नजदीक के स्वास्थ्य केंद्र में कोरोना जांच  भी कराया जाना सुनिश्चित करें ।
जनपद पंचायत कांसाबेल के शांतिनगर की मितानिन इंद्रावती चैहान ने बताया कि वह 130 घरों की देखभाल करती है। उसके क्षेत्र  में  12 कोरोना मरीज पाए गए है। जिनमें से 7 कोविड केयर सेंटर में भर्ती हैं  एवं 5 होम आइसोलेशन में रहकर दवाएं ले रहे हैं।  जिन्हें उनके द्वारा कोविड किट प्रदान की गई है। उन्होंने बताया कि उनके द्वारा लोगो के घर-घर जाकर लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है एवं कोविड के  लक्षण वाले लोगों को प्रारंभिक चरण में ही तत्काल कोविड किट प्रदान की जा रही हैं। साथ ही  चिकित्सक होम आइसोलेशन में रह रहे सभी मरीजों से नियमित रूप से संपर्क कर स्वास्थ्य की जानकारी लेते है। उसने बताया कि इस प्रकार ग्रामीण क्षेत्रो में  कोविड लक्षणग्रस्त लोगों की पहचान कर उन्हें तत्काल दवाएं देने से संक्रमण को रोकने में मदद मिल रही है।  
इसी प्रकार ग्राम मुसकुटी बड़ाईकटोली की मितानीन सम्पत्ति बाई ने मुख्यमंत्री को जानकारी देते हुए बताया की वह 21 घरों की देखभाल करती है। उसके क्षेत्र में अभी कोई भी कोरोना संक्रमित मरीज नही है। उन्होंने बताया कि उनके द्वारा नियमित रूप से लोगों को मास्क के उपयोग एवं सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करने की समझाईश दी जाती है।
बहुउद्देश्यीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता श्री कृष्ण कुमार मरावी ने अपने क्षेत्र में कोरोना मरीजों के उपचार और उनके स्वास्थ्य की जानकारी देते हुए बताया कि उसके क्षेत्र की कुल जनसंख्या 1939 है। जहाँ अब तक 12 कोविड मरीज मिले है। जिनमे 8 कोविड केयर सेंटर में एवं 4 होम आइसोलेशन में रह कर ईलाज करा रहे है। उन्होंने बताया कि उनके द्वारा कोरोना मरीजों उनके परिजनों और प्राइमरी कांटेक्ट में आने वाले सभी लोगों को चिन्हित कर उन्हें कोविड किट  दी जा रही है । सभी लोग होम आइसोलेशन में हैं। और सब की स्थिति सामान्य है। उन्होंने बताया कि यहाँ जिला स्तरीय एवं ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों द्वारा आपस मे समन्वय स्थापित कर अच्छा कार्य किया जा रहा है। उनके द्वारा नियमित रूप से लोगो का कोविड जांच एवं वैक्सीनेशन किया जा रहा है। जिले के ऐसी स्थिति बन रहने पर जल्द ही जिले में कोरोना की स्थिति नियंत्रण में आ जाएगी।
स.क्र./897/ सुरजीत

Source: http://dprcg.gov.in/