जांजगीर-चांपा : राजीव गांधी किसान न्याय योजना का हुआ विस्तार
जांजगीर-चांपा : राजीव गांधी किसान न्याय योजना का हुआ विस्तार
  • ग्राम पंचायत लोहर्सी में 20 एकड़ शासकीय भूमि में किया पौधरोपण,
  • वृक्षारोपण करने वाले  किसानों को मिलेंगे तीन साल तक 10 हजार रुपये प्रति एकड़ ,

जांजगीर-चांपा, 21 जून,2021

 मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में किसानों के हित में राज्य सरकार ने अनेक योजनाएं प्रारंभ की है। जिससे  खेती किसानी को प्रोत्साहन मिल रहा है। विगत 2 वर्षों में खेती के रकबे और किसानों की संख्या में वृद्धि दर्ज की गई है। किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए राज्य सरकार ने राजीव गांधी किसान न्याय योजना का  विस्तार किया है। योजना के विस्तार से पारंपरिक धान की खेती के बदले दलहन तिलहन एवं अन्य फसल लगाने वाले किसानों को प्रति एकड़ 10 हजार रुपये का आदान दिया जाएगा। इसके अलावा मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना के तहत पौधरोपण करने वाले किसानों को 3 वर्ष तक प्रति एकड़ 10 हजार रुपए का आदान  दिया जाएगा।

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने विगत 18 जून को जांजगीर-नैला के अग्रसेन भवन में आयोजित लोकार्पण शिलान्यास के वर्चुअल कार्यक्रम में मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना के लिए चयनित  ग्राम पंचायत लोहर्सी की सरपंच श्रीमती कविता नरेंद्र तिवारी को प्रोत्साहित करते हुए कहा की  पंचायत प्रतिनिधि , ग्रामीण आपस में सलाह- मशविरा कर शासकीय भूमि को सुरक्षित रखने का प्रयास करें। शासकीय भूमि में वृक्षारोपण कर भूमि को सुरक्षित रखा जा सकता है साथ ही साथ पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में भी बेहतर कार्य किया जा सकता है। वृक्षारोपण वाले क्षेत्र में हल्दी,  मूंग, अदरक जैसी फसल  लगाकर अतिरिक्त आय प्राप्त की जा सकती है। मुख्यमंत्री ने बताया कि गांव के विकास के लिए  अनेक योजनाएं बनाई गई है। ग्रामीण क्षेत्रों को भी सर्व सुविधा युक्त बनाने के  प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि  सरकार की योजनाओं का लाभ लेने और गांव के विकास के लिए जनप्रतिनिधि व ग्रामीण  आपसी सहमति से कार्य करें। 

 मुख्यमंत्री को जन कल्याणकारी योजनाएं प्रारंभ करने के लिए धन्यवाद देते हुए ग्राम पंचायत लोहर्सी की सरपंच श्रीमती तिवारी ने अवगत कराया कि ग्राम पंचायत लोहार्सी में 20 एकड़ शासकीय भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराकर वहां वृक्षारोपण किया गया है। इसके साथ ही गांव की महिला स्व सहायता समूह द्वारा सब्जी भाजी उत्पादन के लिए भी कार्य कर रहे हैं।