धान बेचने 85 किमी दूर जाने की मजबूरी
धान बेचने 85 किमी दूर जाने की मजबूरी

दंतेवाड़ा । छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले के 3 गांव के ग्रामीण अपनी विभिन्न मांगों को लेकर गुरुवार को दंतेवाड़ा कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे। ग्रामीणों ने अपने गांव में उप धान केंद्र खोलने की मांग की है। साथ ही ग्रामीणों ने कहा कि, अंदरूनी इलाकों में बिजली नहीं होने से गांव में अंधेरा भी पसरा रहता है। उन्होंने बिजली व मनरेगा के कार्यों में मजदूरों को नगद भुगतान करने की भी मांग की है। अपनी मांगों को लेकर दंतेवाड़ा के कलेक्टर दीपक सोनी से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा है। उन्होंने जल्द ही समस्याओं का निराकरण करने आश्वासन दिया है।

दंतेवाड़ा व बस्तर जिले के सीमावर्ती इलाके में स्थित धुर नक्सल प्रभावित जंगमपाल, छोटे तोंगपाल व लखापाल गांव के दर्जनों ग्रामीण दंतेवाड़ा पहुंचे। ग्रामीणों ने कहा कि, उनके गांव में धान खरीदी केंद्र नहीं है। ऐसे में उन्हें अपने धान को बेचने के लिए 85 किलोमीटर का सफर तय कर कटेकल्याण ब्लॉक मुख्यालय जाना पड़ता है। आने-जाने में काफी समय लग जाता है। जिससे उन्हें कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ग्रामीण माड़का राम, हरीश व हड़मा ने बताया कि, मनरेगा के कार्यों का नगद भुगतान नहीं होने से भी परेशानी हो रही है। कई दिनों से उन्हें मनरेगा के कार्यों का भुगतान भी नहीं किया गया है। ऐसे में सामने दिवाली भी है। उन्होंने कहा कि, प्रशासन अंदरूनी इलाके के मजदूरों को मनरेगा के कार्यों का नगद भुगतान करें।

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *