वर्मी खाद Vermi Compost
वर्मी खाद Vermi Compost

कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे ने अर्जुन्दा सोसायटी में बोरी में खाद की जगह मिट्टी निकलने की जानकारी मिलने पर तत्काल संज्ञान मे लिया और उक्त संबध में अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) गुण्डरदेही, तहसीलदार अर्जुन्दा और सहायक संचालक कृषि की संयुक्त टीम को जांच करने के निर्देश दिए। अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) गुण्डरदेही श्री भूपेन्द्र अग्रवाल ने बताया कि जांच टीम द्वारा ग्राम पंचायत मटिया (अ) स्थित उपकेन्द्र(समिति), ग्राम खैरबना एवं अर्जुन्दा सेवा सहकारी समिति का जांच किया गया। उन्होंने बताया कि सेवा सहकारी समिति अर्जुन्दा से प्राप्त जानकारी के अनुसार आज की स्थिति में कुल 454 किसानों को 653 क्वि. (2176 बोरी) विक्रय किया जा चुका है।

उन्होंने बताया कि सर्वप्रथम ग्राम पंचायत मटिया(अ) के उपकेन्द्र सेवा सहकारी समिति में वर्तमान में उपलब्ध वर्मी खाद के बारे में जानकारी ली गई। समिति में जांच के दौरान कुल 98 बोरी वर्मी खाद उपलब्ध पाया गया। समिति में उपलब्ध खाद की बोरियों में से कुछ बोरियों से सैम्पल लेकर खाद की भौतिक जांच की गई, जांच में खाद की गुणवत्ता सही पाई गई, खाद में मिट्टी या अन्य कोई मिलावट नहीं पाई गई। उन्होंने बताया कि समिति में उपस्थित कुछ किसानों से खाद की गुणवत्ता के संबंध में चर्चा की गई।   किसानों के अनुसार उनके गाव में कई किसानों ने वर्मी खाद क्रय किया है परन्तु अभी तक खाद में मिट्टी या अन्य पदार्थ के मिलावट के संबंध में कोई शिकायत या चर्चा नहीं सुनने को मिली है।

अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) गुण्डरदेही ने बताया कि तत्पश्चात मटिया (अ) में जाकर प्रत्यक्ष रूप से किसानों के घर जाकर उनके द्वारा क्रय किए गए खाद की गुणवत्ता की जाॅच स्वयं की गई। जाॅच में खाद की गुणवत्ता उचित पाई गई। ग्राम में उपस्थित किसानों से क्रय किए गए खाद की गुणवत्ता या मिलावट के संबंध में पूछा गया, किसानों के द्वारा किसी तरह की मिलावट या खाद में मिट्टी आदि के पाए जाने से इंकार किया गया। सभी किसान जिन्होंने समिति से वर्मी खाद अभी तक क्रय किया है, वो खाद की गुणवत्ता से संतुष्ट नजर आए। किसानों से उनका लिखित बयान लिया गया, तद्संबंध में पंचनामा तैयार किया गया। उन्होंने बताया कि तत्पश्चात ग्राम पंचायत मटिया(अ) के आश्रित ग्राम खैरबना में जाॅच दल द्वारा किसानों से खाद की गुणवत्ता के संबंध में जानकारी ली गई। कुछ किसानों के घर में रखे हुए खाद की बोरी से गुणवत्ता की जांच की गई, खाद में मिट्टी नहीं पाया गया। खाद पूर्णतया मानक पाया गया।  

उन्होंने बताया कि तत्पश्चात् सेवा सहकारी समिति नगर पंचायत अर्जुन्दा में उपलब्ध वर्मी खाद की गुणवत्ता जांच हेतु सैम्पल लिया गया। जांच के दौरान यह पाया गया कि वर्मी खाद के बोरी में सुपर कम्पोस्ट खाद को त्रुटिवश डाल दिया गया है। बोरी में किसी प्रकार की मिट्टी डाला जाना नहीं पाया गया। तथापि जाॅच हेतु जिला भेजा गया।  उन्होंने बताया कि जाॅच के दौरान सोसायटी से वर्मी खाद क्रय किए जाने वाले कृषकों का लिखित बयान मौके पर लिया गया तथा पंचनामा तैयार किया गया है।