राजनांदगांव  : नक्सल हमले में शहीद जवानों के परिजनों की समस्याओं का समाधान प्राथमिकता से करें - कलेक्टर
राजनांदगांव : नक्सल हमले में शहीद जवानों के परिजनों की समस्याओं का समाधान प्राथमिकता से करें - कलेक्टर
  • कुपोषित बच्चों के आहार तथा पोषण की मॉनिटरिंग के लिए अधिकारियों को दिए निर्देश
  • कोविड-19 के तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए एप्रोप्रियेट बिहेवियर का रखें विशेष ध्यान
  • साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक संपन्न

कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा ने कहा कि नक्सल हमले में शहीद जवानों के परिजनों की समस्याओं का समाधान प्राथमिकता से करें। नक्सल प्रभावित नागरिकों की मदद शासन की योजना के तहत करना है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के तीसरी लहर की संभावना अभी बनी हुई है। महाराष्ट्र एवं अन्य राज्यों में कोविड-19 के प्रकरण मिल रहे हैं। ऐसे में सभी को कोविड-19 एप्रोप्रियेट बिहेवियर का विशेष ध्यान रखना है। कोविड-19 के नियमों का पालन नहीं करने पर चालान काटने की कार्रवाई भी करें। जनसामान्य को कोविड-19 से बचाव के लिए चेतावनी देते रहें और मास्क पहनने के लिए प्रेरित करें। उक्त बातें कलेक्टर ने कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आयोजित साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक के दौरान कही। उन्होंने इस दौरान लंबित आवेदन पत्रों की गहन समीक्षा की।

कलेक्टर श्री सिन्हा ने कहा कि मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना के तहत ग्राम पंचायतों में व्यापक पैमाने पर वृक्षारोपण किया जा रहा है। वृक्षारोपण की ऑनलाईन एन्ट्री पोर्टल में करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि पोषण आहार कार्यक्रम के तहत मॉनिटरिंग के लिए सभी अधिकारियों को 5 गांव दिए गए है। उन गांवों में विशेष तौर पर अतिकुपोषित बच्चों के आहार पर ध्यान देने के लिए निरीक्षण करें। डोंगरगढ़ एसडीएम ने अधिकारियों को कुपोषित बच्चों के आहार तथा पोषण की मॉनिटरिंग के लिए अधिकारियों को दिए गए दायित्व प्रशंसनीय है। विकासखंड स्तर पर भी कुपोषित बच्चों को सुपोषण की श्रेणी में लाने के लिए ऐसा करना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को कहा कि आपके प्रयासों से कुपोषित बच्चे सुपोषित की श्रेणी में आ जाएंगे। एनीमिक बालिकाओं को भी सुपोषण की श्रेणी में लाने के लिए प्रोत्साहित करें। उन्होंने विकासखंड चिकित्सा अधिकारी से कहा कि जीवन दीप समिति को 5 लाख रूपए की राशि चिकित्सा अधोसंरचना को मजबूत करने के लिए पुन: दी जा रही है।

मुख्यमंत्री हाट बाजार योजना के माध्यम से आम जनता के स्वास्थ्य के लिए तत्परता से कार्य करने के निर्देश दिए। बैठक में एडीबी के अधिकारी के उपस्थित नहीं होने पर नाराजगी जाहिर की और कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने उप संचालक पशुपालन एवं चिकित्सा डॉ. देवरस को पशु औषधालय खोलने के लिए प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने खाद्य विभाग, जल जीवन मिशन, सीएसईबी के कार्यों की जानकारी ली। इस अवसर पर वनमंडलाधिकारी श्री एन गुरूनाथन, वनमंडलाधिकारी खैरागढ़ श्री संजय यादव, जिला पंचायत सीईओ श्री लोकेश चंद्राकर, नगर निगम आयुक्त श्री आशुतोष चतुर्वेदी एवं एसडीएम श्री मुकेश रावटे उपस्थित थे। वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए सभी एसडीएम, जनपद सीईओ एवं अन्य अधिकारी जुड़े रहे।