पंडवानी के माध्यम से वजन त्यौहार की महत्ता का दिया जा रहा संदेश
पंडवानी के माध्यम से वजन त्यौहार की महत्ता का दिया जा रहा संदेश

पंडवानी के माध्यम से वजन त्यौहार की महत्ता का माताओं और बहनों को दिया जा रहा संदेश

राजनांदगांव जिले में मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान और वजन त्यौहार की महत्ता के बारे में माताओं और बहनों को पंडवानी गीत के माध्यम से जागरूक किया जा रहा है, ताकि वह अपने बच्चों की सेहत और उनके खान-पान का विशेष रूप से ध्यान रखें। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता श्रीमती भानबती भारती जिले के आंगनबाड़ी केन्द्रों में जाकर अपने चिर-परिचत अंदाज में पंडवानी गीत की माध्यम से माताओं और बहनों को वजन त्यौहार के दौरान अपने बच्चों का वजन अनिवार्य रूप से कराने का संदेश दे रही हैं।

पंडवानी के माध्यम से वजन त्यौहार की महत्ता का माताओं और बहनों को दिया जा रहा संदेश

गीत के माध्यम से वह महिलाओं को इस बात के लिए जागरूक कर रही है कि वजन कराते समय यदि वजन मशीन का कांटा यदि लाल रंग पर आ कर ठहर जाता है तो यह इस बात का संकेत है कि बच्चा गंभीर रूप से कुपोषित है। कुपोषण दूर करने के लिए उसके खान-पान पर विशेष रूप से ध्यान दिए जाने की जरूरत है।  यहां यह उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ राज्य में 7 जुलाई से 16 जुलाई तक वजन त्यौहार मनाया जा रहा है।

पांच वर्ष तक की उम्र के बच्चों के पोषण का स्तर की जांच करने के लिए उनका वजन लिया जा रहा है। वजन मशीन में बच्चें का वजन लेने से सुपोषण अथवा कुपोषण के स्तर का पता चलता है। इसके आधार पर बच्चें को चिन्हांकित कर विशेष पोषण आहार आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका की देखरेख में दिया जाता है।

वजन मशीन में वजन लेते समय हरा रंग सुपोषित होने का प्रतीक है, जबकि पीला रंग मध्यम कुपोषण तथा लाल रंग गंभीर कुपोषण का संकेतक है। पंडवानी गायिका श्रीमती भारती अपने गीत के माध्यम से माताओं और बहनों को यह भी बताती है कि कुपोषण को कैसे दूर किया जा सकता है।