प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा ने किया स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूल का निरीक्षण : शिक्षकों के चयन की प्रगति की जानकारी भी ली
प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा ने किया स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूल का निरीक्षण : शिक्षकों के चयन की प्रगति की जानकारी भी ली

    रायपुर, 12 जून 2021

स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. आलोक शुक्ला ने आज बिलासपुर जिले के तारबाहर स्थित स्वामी आत्मानंद शेख गफ्फार उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय का निरीक्षण किया। उन्होंने प्रस्तावित विद्यालयों में शिक्षकों के चयन की प्रगति और कार्ययोजना पर प्राचार्यों व शिक्षकों से चर्चा एवं समीक्षा की।

    प्रमुख सचिव डॉ. शुक्ला ने शाला में उपलब्ध संसाधनों, प्रयोगशाला, ग्रंथालय, कम्प्यूटर कक्ष, क्रीड़ा कक्ष, स्काउट गाइड, इंटरएक्टिव स्मार्ट क्लास आदि का अवलोकन किया। उन्होंने शाला में विकसित किए गए उत्कृष्ट अधोसंरचना और स्टेनलेस स्टील प्रयोगशाला रेक की सराहना की। शिक्षकों से चर्चा करके ऑनलाइन क्लासेस की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण की स्थिति सामान्य होने पर कक्षाओं के नियमित संचालन की संभावना है जिसके लिए वह आवश्यक तैयारी करें।

प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा ने किया स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूल का निरीक्षण : शिक्षकों के चयन की प्रगति की जानकारी भी ली

    ज्ञात हो कि स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय छत्तीसगढ़ सरकार की प्रमुख योजना है, जिसके अंतर्गत कक्षा पहली से 12 वीं तक सर्वसुविधायुक्त शिक्षा व्यवस्था लागू की गई है। पहले चरण में 52 विद्यालय और दूसरे चरण में 119 विद्यालय स्थापित किए जा रहे हैं और इनमें प्रवेश की प्रक्रिया जारी है। इस समय ऑनलाइन प्राप्त आवेदनों के परीक्षण की कार्रवाई जारी है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की घोषणा के अनुरूप जिन बच्चों के माता या पिता अथवा दोनों का कोरोना से आकस्मिक निधन हुआ है उनको महतारी दुलार योजना के अनुसार प्रवेश दिया जाएगा। बालिकाओं को 50 प्रतिशत तथा आर्थिक रूप से कमजोर तबके के लोगों को निर्धारित प्रमाण पत्र के आधार पर 25 प्रवेश दिया जायेगा।

    डॉ. शुक्ला द्वारा निरीक्षण के दौरान जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, संयुक्त संचालक शिक्षा श्री आर एस चौहान, जिला शिक्षा अधिकारी, सहायक संचालक, बिलासपुर जिले के नोडल अधिकारी श्री संदीप चोपडे व संस्था की प्राचार्य सुश्री उषा चंद्रा उपस्थित थीं।