रायपुर : सीख कार्यक्रम: पालकों और समदुाय की मदद से बच्चों को सीखने का अवसर
रायपुर : सीख कार्यक्रम: पालकों और समदुाय की मदद से बच्चों को सीखने का अवसर

छत्तीसगढ़ के 37 विकासखण्डों के 6 हजार स्थल शामिल    

‘सीख‘ प्रोग्राम के माध्यम से पालकों और समुदाय की सहभागतिा से बच्चों के लिए मजेदार और सरल सीखने-सिखाने के अवसर तैयार किए है। सीख कार्यक्रम को स्वयंसेवी (सीख मित्र) के माध्यम से चलाया जाता है। ये सीख मित्र समुदाय के ही पढ़े लिखे युवा हैं, जो कि समाज सेवा के प्रति समर्पित है। कुछ समर्पित शिक्षक भी इसमें शामिल है, जिन्होंने बच्चों के सीखने में मदद की। यह कार्यक्रम राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण यूनिसेफ छत्तीसगढ़ इकाई के संयुक्त प्रयास से संचालित हो रहा है। सीख कार्यक्रम में पालकों ने इसकी गतिविधियों में खुद भाग लिया और बच्चों की सीखने में मदद की। सीख कार्यक्रम में अब तक 14 हजार सीख मित्र जुड़ चुके हैं, ये स्व-प्रेरणा से इनमें शामिल हुए हैं। इसमें छत्तीसगढ़ के 37 विकासखण्डों की 6 हजार स्थलों को शामिल किया गया है। प्राथमिक विद्यालय जाने वाले एक लाख 60 हजार बच्चे सीख कार्यक्रम से जुड़े हैं। सीख के 200 वीडियो बनाए गए हैं, जिन्हें यू-ट्यूब पर डाला गया है जहां से कोई भी इसका लाभ उठा सकता है। 

सीख प्रोग्राम के अंतर्गत यूनिसेफ के अकादमिक और तकनीकी समूह ने भाषा गणित, विज्ञान, खेल के गतिविधि आधारित सरल और रोचक वीडियो बनाकर स्कूल और समुदाय को भेज गए। छत्तीसगढ़ राज्य में सीख कार्यक्रम की शुरूआत सुकमा (छिंदगढ़ ब्लॉक), जशपुर (दुलदुला ब्लॉक), रायगढ़ जिले के (रायगढ़, तमनार, खरसिया ब्लॉक), धमतरी जिले के सभी चारों ब्लॉक और रायपुर जिले के विकासखण्ड तिल्दा एवं अभनपुर के सभी प्राथमिक स्कूलों से की गयी थी। वर्तमान में यह कार्यक्रम प्रदेश के 11 जिले बीजापुर, नारायणपुर, सुकमा, दंतेवाड़ा, बस्तर, धमतरी, रायपुर, दुर्ग, सूरजपुर, जशपुर और रायगढ़ जिला प्रशासन के सहयोग एवं मार्गदर्शन में संचालित हो रहा है। इस वर्ष इसमें कुछ और जिले के शामिल होने की उम्मीद है जैसे गोरेला-पेण्ड्रा-मरवाही आदि।

सीख प्रोग्राम का उद्देश्य छत्तीसगढ़ सरकार के प्रयासों को मजबूत बनाने के लिए प्राथमिक स्कूलों के सभी बच्चों को निरंतर सीखने में सहायता करने के अवसर देना है। इस प्रयास से घर और समुदाय में बच्चों के लिए रोचक तरीकों से सीखने के अवसर सृजन किए जाएंगे ताकि बच्चों के लिए सीखने-सिखाने की प्रक्रिया को आनंददायक बनाया जा सके। 

इस कार्यक्रम में अभिभावकों और अन्य कोई भी स्वयं सेवक, जो बच्चों को सीखने-सिखाने में मदद करना चाहते हैं उनके साथ व्हाट्सअप ग्रुप के माध्यम से सीखने की सामग्री को साझा किया जाता है। इसका उपयोग बच्चों के साथ मिलकर घर या समुदाय स्तर पर किया जा रहा है। इसके साथ ही खेल-कूद के माध्यम से समुदाय को सामाजिक-मानसिक सहयोग देने के लिए यूनिसेफ, स्पोर्ट्स फार डेव्हलपमेंट के अंतर्गत विशेष कार्यक्रम भी संचालित किया जाता है।

इसके साथ बुनियादी विज्ञान, खेल और जीवन कौशल शिक्षा गतिविधियां भी होती हैं। यह गतिविधियां पालकों के दैनिक दिनचर्या से संबंधित होंगी, ताकि इन्हें करने में पालकों को कोई परेशानी न आए। पूरे कार्यक्रम के दौरान कोविड-19 से संबंधित विशेष सावधानियों पर जागरूकता की जानकारी दी जाती है। इस स्वरूपों में चित्रण, छोटे वीडियो, पोस्टर, पृष्ठ आदि के साथ एक स्पष्ट निर्देश जो कि ऑडियो क्लीप के रूप में सरल कार्यपत्रक शामिल होते हैं। उदाहरण के तौर पर अगर एक वीडियो साझा की है तो उसके साथ एक ऑडियो क्लीप द्वारा उस वीडियों में बच्चे और पालक को क्या करना है उसे समझाया जाएगा। ऑडियो क्लीप से पालकों को गतिविधि को समझने में अधिक मदद मिलती है।