छत्तीसगढ़ में विकास की नई गाथा: सुकमा को मिली सौगात
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने हाल ही में सुकमा जिले के तोंगपाल में आयोजित एक भव्य समाधान शिविर में 16 करोड़ 25 लाख रुपये से अधिक की लागत के विकास कार्यों का लोकार्पण किया। इस ऐतिहासिक अवसर पर, उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के लिए अपनी प्रतिबद्धता को फिर से दोहराया। यह कार्यक्रम क्षेत्र के लोगों के लिए एक बेहद ख़ुशी और उम्मीद का क्षण रहा।
सड़कें, पुल, और और भी बहुत कुछ…
इस विकास कार्यक्रम में मुख्य रूप से सड़क निर्माण पर ज़ोर दिया गया। कुकानार से बढ़ाईपारा (4.80 किमी), चिंतलनार से किस्टारम (4.50 किमी), बुरकापाल से तोकनपल्ली (3.86 किमी), और मुकरम से तोंगपल्ली (5 किमी) तक नई सड़कों का निर्माण किया गया है। इन सड़कों के बनने से क्षेत्र के लोगों को आवागमन में काफी आसानी होगी, जिससे उनके जीवन स्तर में सुधार आएगा। मेरे एक दोस्त ने बताया था कैसे पहले उन्हें अस्पताल पहुँचने में घंटों लग जाते थे, अब ये सड़कें उनके जीवन में कितना बड़ा बदलाव लायेंगी।
इसके अलावा, गादीरास से मानकापाल (12 किमी) तक की सड़क और 13 पुल-पुलियाओं का भी निर्माण किया गया है। सुकमा-दंतेवाड़ा मार्ग पर कासरगुड़ा तक सड़क निर्माण का काम भी पूरा हुआ है। ये सारे कार्य बेहद ज़रूरी थे और इनके पूरे होने से क्षेत्र के विकास में तेज़ी आएगी।
सुविधाओं का विस्तार: गाँवों का कायाकल्प
मुख्यमंत्री जी द्वारा लोकार्पण किए गए कार्यों में केवल सड़कें और पुल ही नहीं, बल्कि कई अन्य विकास कार्य भी शामिल हैं। कावराकोपा, जैमर, हमीरगढ़, टहकवाडा, तोंगपाल, मारेंगा, एलेननार, धोबनपाल देवगुड़ी, सीतापाल, और वारदेरास जैसे कई गाँवों में सामाजिक भवन, प्रशिक्षण केंद्र, पंचायत भवन, और अन्य आवश्यक बुनियादी ढाँचे का निर्माण किया गया है। ये कार्य गांवों के विकास और लोगों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण योगदान देंगे।
इसके अलावा, झीरम व्यपवर्तन योजना के लिए 32 करोड़ 50 लाख रुपये और सुकमा-दंतेवाड़ा मार्ग के विकास के लिए 230 करोड़ रुपये की स्वीकृति भी दी गई है। ये बड़ी परियोजनाएँ क्षेत्र के भविष्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं।
मुख्यमंत्री श्री साय के इस कदम से सुकमा के लोगों में विकास के प्रति एक नई उम्मीद जागी है। यह एक उदाहरण है कि कैसे सरकार ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के प्रति कितनी गंभीर है।