दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे का डिजिटल सफ़र: एक नई शुरुआत
बिलासपुर से एक बेहद ज़रूरी खबर! भारत सरकार की महत्वाकांक्षी डिजिटल इंडिया पहल को आगे बढ़ाते हुए, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे (SECR) ने अपनी वाणिज्यिक सेवाओं में डिजिटल क्रांति ला दी है। यह कामयाबी किसी फिल्म की कहानी से कम नहीं है, जिसमें टिकटों से लेकर पार्सल तक सब कुछ डिजिटल हो गया है!
डिजिटल टिकट और पार्सल: एक नया अध्याय
प्रधान मुख्य वाणिज्य प्रबंधक प्रवीण पाण्डेय के कुशल नेतृत्व में, SECR ने टिकटिंग, टिकट चेकिंग और पार्सल सेवाओं को डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म से जोड़ने में कामयाबी पाई है। सोचिए, अब पार्सल कार्यालयों में 100% डिजिटल लेन-देन हो रहा है! यह एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। और केवल इतना ही नहीं, ट्रेनों में काम करने वाले टीटीई भी 35-40% यात्रियों से QR कोड के ज़रिए भुगतान ले रहे हैं। ये एक ऐसा बदलाव है जिससे यात्रा आसान और पारदर्शी हुई है।
मेरा खुद का अनुभव याद आता है जब मुझे ट्रेन में टिकट खरीदने में काफी परेशानी हुई थी। लेकिन अब, डिजिटल भुगतान प्रणाली के आ जाने से सब कुछ बहुत आसान हो गया है।
कर्मचारियों को मिला सम्मान: सराहनीय प्रयास
बिलासपुर, रायपुर और नागपुर मंडलों के 27 कर्मचारियों को उनके अद्भुत योगदान के लिए सम्मानित किया गया। इनमें एस.एन. जना, डी.के. राव, के. भास्कर आचार्य, अशोक कुमार यादव, के.वी. राव, प्रबल मित्रा, बीरेंद्र कुमार, राजकुमार और अजीत कुमार जैसे कई नाम शामिल हैं। इन कर्मचारियों ने न केवल डिजिटल भुगतान को बढ़ावा दिया, बल्कि यात्रियों को इसके फायदे भी समझाए। उन्होंने रेलवे की सेवाओं को आधुनिक और पारदर्शी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
कर्मचारियों का उत्साह: एक प्रेरणा
सम्मानित कर्मचारियों ने इस पहल की खुलकर तारीफ़ की और कहा कि यह उन्हें और बेहतर काम करने के लिए प्रेरित करेगा। वे आगे भी अपने सहयोगियों और यात्रियों को डिजिटल भुगतान के फायदे समझाते रहेंगे।
नेतृत्व का संदेश: डिजिटल इंडिया का सपना
प्रवीण पाण्डेय ने कहा, “हमारा लक्ष्य है हर कर्मचारी और हर यात्री को डिजिटल प्रणाली से जोड़ना। यह सिर्फ तकनीकी बदलाव नहीं, बल्कि सोच का भी बदलाव है। सभी को मिलकर डिजिटल रेल, डिजिटल इंडिया के सपने को साकार करना है।”
यह SECR की कामयाबी सिर्फ़ एक शुरुआत है। आने वाले समय में और भी ज़्यादा बदलाव देखने को मिलेंगे जो यात्रियों के लिए और भी बेहतर सुविधाएँ लेकर आएंगे।