छत्तीसगढ़ शासन के निर्देशानुसार सामान्य धान के बदले जिले में बॉयो फोर्टिफाइड धान की खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके लिए कलेक्टर श्री पीएस एल्मा के मार्गदर्शन में विशेष अभियान चलाकर चलाया जा रहा है। उप संचालक कृषि ने बताया कि बॉयो फोर्टिफाइड का आशय धान की ऐसी किस्मों से है जिसमें जिंक, आयरन, प्रोटीन और विटामिन सामान्य धान की तुलना में अधिक मात्रा में हो।
उन्होंने बताया कि जिले में कृषि सुधार विस्तार कार्यक्रम (आत्मा) के तहत धमतरी विकासखण्ड के ग्राम परेवाडीह, पोटियाडीह, भोयना, रूद्री, गोकुलपुर, बोड़रा, नगरी ब्लॉक के ग्राम मल्हारी तथा कुरूद विकासखण्ड के ग्राम गाड़ाडीह में जैविक कृषक प्रदर्शन बीजोत्पादन कार्यक्रम के रूप में पहली बार 21 एकड़ रकबे में बॉयो फोर्टिफाइड, जिंक राइस एवं जिंको राइस दो-दो एकड़ क्षेत्र में उत्पादन किया जा रहा है। साथ ही प्रोटाजिंस दो एकड़ रकबा में धमतरी के ग्राम पुरी और कुरूद के ग्राम भेंडरवानी में आयोजित किया गया है।
उप संचालक कृषि ने बताया कि उक्त तीन प्रजातियों का छ.ग. राज्य बीज निगम एवं कृषि विकास निगम से हितग्राही किसानों को बीजोत्पादन के रूप में पंजीयन कराकर आगामी वर्षों में बॉया फोर्टिफाइड धान प्रजातियों से बीज उपलब्धता को बढ़ाया जाना है।