बिलासपुर में प्रशासनिक तूफ़ान: नए आदेशों से हड़कंप!
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में प्रशासनिक गलियारों में सोमवार को एक बड़ा बदलाव देखने को मिला। कलेक्टर संजय अग्रवाल के आदेश से तहसील स्तर पर व्यापक फेरबदल हुआ है। एक दर्ज़न से ज़्यादा तहसीलदारों और नायब तहसीलदारों की पदस्थापना में बदलाव के साथ ही कई अधिकारियों को पदोन्नति का तोहफ़ा भी मिला है।
कार्रवाई की वजह क्या?
कलेक्टर साहब ने इस बड़े फैसले के पीछे प्रशासनिक पारदर्शिता, बेहतर सेवा वितरण और ग्रामीण इलाकों तक प्रभावी पहुँच को मुख्य कारण बताया है। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे अपनी नई जिम्मेदारियाँ तुरंत संभाल लें और इसकी जानकारी जिला कार्यालय को दें। ये फ़रमान सुनकर कई अधिकारी तो चौंक गए होंगे, लेकिन ये बदलाव ज़रूर आम जनता के लिए फायदेमंद साबित हो सकते हैं। अधिकारियों के कामकाज में तेज़ी आएगी और समस्याएँ जल्दी सुलझेंगी, यही उम्मीद है।
कौन कहाँ गया? – प्रमुख नियुक्तियाँ
आइये, जानते हैं कि किन अधिकारियों को नई जिम्मेदारियाँ मिली हैं और किसे पदोन्नति का सुअवसर प्राप्त हुआ है:
- राहुल शर्मा को नायब तहसीलदार से पदोन्नत कर सकरी तहसीलदार नियुक्त किया गया है।
- आकाश गुप्ता, जो पहले सकरी तहसीलदार थे, अब अतिरिक्त तहसीलदार बिलासपुर बन गए हैं।
- नीलम पिस्दा को पदोन्नति के साथ अतिरिक्त तहसीलदार पचपेड़ी बनाया गया है।
- मनीषा झा को अतिरिक्त तहसीलदार सकरी की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
- रोशनी कंवर (पहले कोटा में कार्यरत) अब तहसीलदार तखतपुर होंगी।
- अप्रतिम पांडे को कोटा नायब तहसीलदार बनाया गया है।
- प्रकृति ध्रुव को अतिरिक्त तहसीलदार बिलासपुर और रोशन साहू को अतिरिक्त तहसीलदार मस्तूरी नियुक्त किया गया है।
- उमाशंकर लहरे का तबादला मस्तूरी से तनपुर तहसील हुआ है।
ये बदलाव कितना कारगर साबित होगा, ये तो आने वाला समय ही बताएगा। लेकिन एक बात तो तय है कि बिलासपुर के प्रशासनिक पहियों में एक नई गति आई है!