रायगढ़ में पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल के निर्देशन में कृषक मवेशियों की तस्करी और उनके साथ क्रूरता पर अंकुश लगाने का अभियान जोरों पर है। थाना प्रभारी हर समय तस्करों की गतिविधियों पर नज़र रखे हुए हैं। हाल ही में, थाना प्रभारी धरमजयगढ़, निरीक्षक कमला पुसाम ठाकुर को एक गुप्त सूचना मिली। सूचना के अनुसार, कुछ मवेशी तस्कर ग्राम बोरो के जंगल से झारखंड की ओर भूखे-प्यासे मवेशियों को पैदल मारते-पीटते हुए ले जा रहे थे।
इस सूचना पर एसडीओपी धरमजयगढ़ सिद्धांत तिवारी के नेतृत्व में थाना प्रभारी धरमजयगढ़ और उनकी टीम ने तुरंत कार्रवाई की। बोरो जंगल में घेराबंदी करके उन्होंने 7 मवेशी तस्करों को रंगे हाथों पकड़ा। गवाह गुरूचरण सिंह राजपूत और अन्य लोगों की मौजूदगी में तस्करों से 66 मवेशियों को बरामद किया गया। पशु चिकित्सक द्वारा मवेशियों का इलाज किया गया। थाना धरमजयगढ़ में तस्करों के खिलाफ छ.ग. पशु संरक्षण अधिनियम और पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया और जेल भेज दिया गया।
गिरफ्तार आरोपियों के नाम इस प्रकार हैं:
- महादेव राठिया, पिता धीरसिंह राठिया, 50 वर्ष
- बाबूलाल राठिया, पिता मोहितराम राठिया, 51 वर्ष
- अमर सिंह राठिया, पिता बालम सिंह राठिया, 51 वर्ष
- धनराज राठिया, पिता मानसिंह राठिया, 53 वर्ष
- शोभाराम राठिया, पिता सुनाराम राठिया, 55 वर्ष (सभी का स्थायी निवास: करतला, थाना करतला, जिला कोरबा)
- जगेश्वर राठिया, पिता बुधराम राठिया, 50 वर्ष
- चमरूराम राठिया, पिता गंगा राम राठिया, 60 वर्ष (साकिनान: भोजपुर, थाना कापू, जिला रायगढ़, छ.ग.)
यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि रायगढ़ पुलिस मवेशी तस्करी और पशु क्रूरता के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने में लगातार सक्रिय है। पुलिस का धैर्य और जुझारू रवैया अपीराधियों के लिए एक संदेश है कि छत्तीसगढ़ में पशुओं के साथ कोई भी अत्याचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पुलिस की इस कार्रवाई की जनता ने प्रशंसा की है और आशा जताई है कि भविष्य में भी पुलिस इस तरह की कार्रवाई करती रहेगी।