माध्यमिक शिक्षा मंडल के सचिव वीके गोयल ने बताया कि छात्रों द्वारा जमा की गई उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन का कार्य पूर्ण हो चुका है. अब अंतिम परीक्षण का कार्य चल रहा है. इस माह के अंत तक परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे. 12वीं की परीक्षा में लगभग 2 लाख 83 हजार बच्चों ने आवेदन किया था. इस साल 10 हजार छात्रों ने भाग नहीं लिया. ज्यादातर बच्चे परीक्षा के लिए उत्तर पुस्तिका तो लेकर गए थे लेकिन जमा नहीं की.
माध्यमिक शिक्षा मंडल के सचिव वीके गोयल ने बताया कि इस बार बच्चों ने घर बैठे परीक्षा दी है इसलिए इस साल उत्तर पुस्तिका की पुनर्मूल्यांकन और पुनर्गणना नहीं होगी.
क्या है एग्जाम फ्रॉम होम पैटर्न ?
छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल (CBSE) ने जिस तरह दसवीं की परीक्षा आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर ली गई. उसी तरह से 12वीं की परीक्षा भी ‘एग्जाम फ्रॉम होम’ पैटर्न से ली गई. छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल ने 12वीं बोर्ड परीक्षा ‘एग्जाम फ्रॉम होम’ (exam from home) के पैटर्न पर आयोजित किया.
1 जून से 5 जून तक प्रशासन के बनाए गए नजदीकी सेंटरों पर पहुंचकर प्रश्न पत्र और उत्तर पुस्तिका को लेकर घर पर ही रहकर हल करने की छूट दी गई. वहीं 6 जून से 10 जून तक आंसर शीट को जमा करने का समय दिया गया. छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल (Chhattisgarh Board of Secondary Education) ने प्रश्नपत्र और उत्तर पुस्तिका के वितरण के लिए सेंटर बनाए थे. इन सेंटर्स से बच्चों को किट का वितरण किया गया था.
कोरोना संक्रमण का असर शिक्षा पर पड़ा है. छात्रों की पढ़ाई और परीक्षाएं दोनों प्रभावित रहीं. हालांकि एग्जाम फॉर्म होम पैटर्न को लेकर छात्रों को काफी परेशानियों का भी सामना करना पड़ा.