भारत की स्टार शूटर मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक्स 2024 में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। उन्होंने महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल फाइनल में कांस्य पदक जीतकर भारत के लिए इस ओलंपिक खेलों में पहला पदक हासिल किया। यह जीत न केवल उनके लिए बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का क्षण है, क्योंकि वह इस इवेंट में ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बन गई हैं।

मनु भाकर ने 221.7 अंक के साथ फाइनल में कांस्य पदक जीता, जबकि दक्षिण कोरिया की जिं ये ओह ने 243.2 अंक के साथ स्वर्ण पदक और उनकी साथी किम ये जी ने 241.3 अंक के साथ रजत पदक जीता। इस जीत के साथ, भाकर ने भारतीय शूटिंग के लिए 13 साल का सूखा समाप्त किया, क्योंकि आखिरी बार भारत ने 2012 लंदन ओलंपिक्स में शूटिंग में पदक जीता था।
मनु भाकर का सफर
मनु भाकर का जन्म 18 फरवरी 2002 को हरियाणा के झज्जर में हुआ। उन्होंने 14 साल की उम्र में शूटिंग में कदम रखा और जल्दी ही इस खेल में अपनी प्रतिभा साबित की। 2018 में युवा ओलंपिक खेलों में स्वर्ण पदक जीतने के बाद वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने में सफल रहीं। उन्होंने कई विश्व कप और एशियाई खेलों में भी पदक जीते हैं।
पेरिस ओलंपिक्स में भाकर का प्रदर्शन शानदार रहा। उन्होंने क्वालीफिकेशन राउंड में 580 अंक के साथ तीसरा स्थान हासिल किया, जिससे वह फाइनल में पहुंचीं। फाइनल में, भाकर ने शुरुआत से ही मजबूत प्रदर्शन किया और अंतिम शॉट तक शीर्ष तीन में बनी रहीं।
प्रतिक्रिया और सम्मान
मनु भाकर की इस ऐतिहासिक जीत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने उन्हें बधाई दी। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “यह एक ऐतिहासिक पदक है! मनु भाकर ने भारत के पहले पदक के साथ ओलंपिक्स में एक नई कहानी लिखी है।”
भाकर की दादी ने भी उनकी सफलता पर गर्व व्यक्त किया और कहा, “मैं उनकी सफलता के लिए आशीर्वाद देती हूं। वह बहुत अच्छा काम कर रही हैं। हम उनका स्वागत करने के लिए विशेष भोजन तैयार करेंगे।”
भविष्य की उम्मीदें
मनु भाकर की इस सफलता ने न केवल उन्हें बल्कि पूरे देश को प्रेरित किया है। यह जीत भारतीय खेलों में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा देने में मदद करेगी और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणा बनेगी। अब सभी की नजरें आगामी इवेंट्स पर हैं, जहां भाकर और अन्य भारतीय एथलीट देश का नाम रोशन करने के लिए तैयार हैं।
मनु भाकर का यह पदक भारतीय शूटिंग में एक नई शुरुआत का प्रतीक है, और उम्मीद है कि वह भविष्य में और भी सफलताएँ हासिल करेंगी।