Posted inKorba / कोरबा

नवा छत्तीसगढ़ के 36 माह : गौठान में निःशुल्क मिला खेत, बीज, पानी

कोरबा । ’’पंखो से कुछ नहीं होता, हौसलो से उड़ान होती है’’ – बहुत पहले किसी कवि की लिखी इस कविता को पोड़ी-उपरोड़ा विकासखण्ड के सूर्या स्वसहायता समूह की महिलाओं ने अपनी मेहनत और हौसले सही साबित कर दिया है। इसमें उनकी भरपूर मदद राज्य सरकार की नरवा-गरवा-घुरवा-बाड़ी योजना ने की है। पोड़ी-उपरोड़ा विकासखण्ड के […]

Posted inBastar / बस्तर

महिला स्व-सहायता समूह की महिलाओें द्वारा बनाये जा रहे हैं गोबर से दीया

उत्तर बस्तर कांकेर । जिले में महिला स्व-सहायता समूहों की महिलाओं द्वारा वर्मी कम्पोस्ट के अलावा दीपावली पर्व को ध्यान में रखते हुए गोबर से दीया, ओम, स्वास्तिक, शुभ-लाभ, गणेश और लक्ष्मी जी की मूर्ति तथा अन्य सजावटी समान बनाये जा रहे हैं। विकासखण्ड कोयलीबेड़ा के मॉडल गौठान डोंडे (हरनगढ़) में खरीदे जा रहे गोबर […]

Posted inSukma / सुकमा

मवेशियों के लिए हरे चारे के साथ छायादार आश्रय की व्यवस्था

सुकमा । राजामुण्डा के नयापारा में आवर्ती चराई विकास से यहाँ के पशुपालकों और महिलाओं को सीधा लाभ मिल रहा है। गांव के समस्त पशुपालक अपने मवेशियों को चराई केन्द्र में लाते हैं। जिससे वे निंश्चिंत होेकर कृषि कार्यों में अपना समय लगा पाते हैं। केन्द्र में मवेशियों के लिए हरे चारे के साथ छायादार […]

Posted inDurg / दुर्ग

उत्पादन की बेहतर तकनीक समझ सफलता हासिल कर रही हैं महिलाएं

रायपुर । अपनी श्रम से आमदनी अर्जित कर रही महिला स्वसहायता समूहों ने एक नई पहचान बनाई है। घर की चारदीवारी के बाहर निकलकर वे पूरे साहस के साथ आगे बढ़ रही हैं। कठिनाईयां थीं लेकिन बुलंद हौसलों के सामने वे टिक नहीं पाई। राज्य के हर कोने से आती महिलाओं की सफलता और साहस […]

Posted inKorba / कोरबा

धंवईपुर के महिला स्व सहायता समूह ने बनाई गोबर से गणेश की मूर्तियां

श्रद्धालुओं को गोबर गणेश के दर्शन से मिलेगा महालक्ष्मी का आशीर्वाद कोरबा । हिन्दू परंपरा में बेहद पवित्र और अपने औषधीय महत्व के कारण पंचगव्य में से एक गाय के गोबर से गणेश की मूर्तियां बनाने की पहल कोरबा में शुरू की गई है। कोरबा के कटघोरा विकासखण्ड में धंवईपुर की जननी स्व सहायता समूह […]