रायपुर । ‘नरवा‘ अर्थात छोटे-छोटे नाला, नालियां और नहरें। बरसात का पानी सबसे पहले इन्हीं नरवा के माध्यम से बहता हुआ नदियों का रूप ले लेता है और बाद में समुद्र में चला जाता है। छत्तीसगढ़ की कृषि अभी भी बहुत कुछ वर्षा आधारित है। ऐसे में यह बेहद जरूरी हो जाता है कि वर्षा […]