दुर्ग । कमलेश देवांगन पहले मिस्त्री थे। कूलर बनाते थे। अब मालिक हैं कूलर बनवाते हैं। मिस्त्री रहते उनके मन में विचार आया कि थोड़ी सी पूंजी जोड़ लूँ तो मैं भी अपना व्यवसाय आरंभ कर सकता हूँ। अपने हुनर पर भरोसा रखते हुए उन्होंने उद्योग विभाग में उद्यम के लिए आवेदन दे दिया। उद्योग […]