रायपुर । रविवार को अनंत चतुर्दशी की पूजा के बाद लोगों ने पिछले 10 दिनों से घरों में और पंडालों में विराजमान भगवान गणेश को विदा किया। रायपुर के महादेव घाट स्थित खारुन नदी के तट पर अस्थाई कुंड बनाया गया था। यहां पर पहुंचे लोगों ने प्रतिमा की विदाई आरती उतारी। छोटी घंटियों और मंत्रों के उच्चारण से खारुन नदी का किनारा दिन भर गूंजता रहा।
जय देव… जय देव… जय मंगलमूर्ति गीत और मंत्रों का पाठ करते लोग नजर आए। नगर निगम की तरफ से तय किए गए वॉलिंटियर्स की मदद से अस्थाई कुंड में प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया। जिला प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक 19 को सुबह 6 बजे से 22 सितम्बर को दोपहर 2 बजे तक खारुन नदी तट पर बने कुंड में प्रतिमाएं विसर्जित हो सकेंगी। इस दौरान नगर निगम के लोगों की यहां ड्यूटी लगाई गई है। शहर के कई तालाबों के किनारे नगर निगम ने अस्थाई विसर्जन कुंड रखवाए हैं। खारुन तट पर लोगों की सुरक्षा के लिहाज से SDRF, पुलिस और जिला प्रशासन के अफसरों की टीम भी तैनात रहेगी। दिन ढलने के बाद प्रतिमाओं को विसर्जित करने की अनुमति नहीं मिलेगी।