जशपुरनगर । जशपुर जिले के दूरस्थ अंचल क्षेत्र के किसानों को धान के खेती के अतिरिक्त फलदार, छायादार के साथ अन्य फसलों को लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। जिले में नाशापती , काजू, लीची,  मिर्च, चाय पत्ती, टमाटर, आलू, जीराफूल चावल के साथ अन्य फसलों की अच्छी पैदावार होती है। जशपुर जिले के नाशापती  झारखण्ड, बिहार, उत्तर प्रदेश एवं अन्य राज्यों तक भेजी जाती है। यहां की जलवायु चाय की खेती के लिए बहुत ही अनुकूल है। किसानों को चाय की खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।

 उद्यान विभाग के द्वारा जिले किसानों को छत्तीसगढ़ शासन की विभिन्न योजनाओं से लाभांवित किया जा रहा है। इनमें उद्यान विभाग द्वारा हितग्राही मूलक योजनाओं के द्वारा कृषकों को फल क्षेत्र विस्तार के तहत् 2018-19 से अब तक 5533 कृषकों को आम, लीची, नाशपाति, पपीता, काजू आदि के पौधे दिया गया है। किसानों द्वारा 1081  हेक्टेयर   के अपने खेत में  पौधा रोपण किया है। सब्जी क्षेत्र विस्तार के तहत् 5489 किसानों के यहॉ 2978  हेक्टेयर  में सब्जी फसल टमाटर, आलू, ब्याज, भिंडी आदि सब्जी फसल लिया गया है। इसी प्रकार मशाला क्षेत्र विस्तार के तहत् 963 कृषकों के यहॉ 275  हेक्टेयर   खेत में हल्दी, मिर्ज फसल लिया गया है।

गौठानों में फलदार वृक्षा रोपण के तहत् 4746 कृषकों के यहॉ व्यक्तिगत बाड़ी विकास के लिए फलदार पौधे आम, लीची, पपीता, अमरूद आदि पौधे एवं सब्जी बीज मिनीकिट प्रदाया किया गया है। गौठानों में फलदार वृक्षा रोपण करने ग्राम पंचायत एवं गौठान समितियों को आम, अमरूद, कटहल, सुबबूल आदि पौधे 157486 पौधे प्रदाय किये गये हैं। वर्ष 2020-21 में मनरेगा योजना के तहत् 36 हेक्टेयर में आम, नाशापती केे 11200 पौधे रोपण किया गया है। वर्ष 2020-21 में मुख्यमंत्री प्रोत्साहन योजनान्तर्गत 79 हेक्टर में जिले के 77 कृषक के निजी भूमि में आम, लीची, कटहल के 22000 पौधे का रोपण किया गया है।

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