कोरबा : कर्रानवापारा के मुंझनपारा में बोर खनन के पश्चात हैण्डपंप स्थापित
कोरबा : कर्रानवापारा के मुंझनपारा में बोर खनन के पश्चात हैण्डपंप स्थापित
  • प्लेटफार्म भी बना, लोगों को पानी मिलना शुरू हुआ
  • जिला प्रशासन ने तीन दिन के भीतर दूर की पानी की समस्या

विकासखण्ड पाली के दूरस्थ वनांचल गांव कर्रानवापारा के नवाडीह बसाहट के मुंझनपारा में लोगों की पानी की समस्या दूर हो गई है। मुंझनपारा में पानी की समस्या का संज्ञान में आते ही जिला प्रशासन द्वारा तीन दिन के भीतर मुंझनपारा में बोर खनन करा दिया गया है। बोर खनन के पश्चात हैण्डपंप स्थापित कर दिया गया है तथा सुलभ तरीके से पानी लेने के लिए प्लेटफार्म भी बना दिया गया है। हैण्डपंप चालू हो जाने से बस्ती के लोग हैण्डपंप द्वारा आसानी से पानी निकालकर पीने और अन्य कार्य के लिए उपयोग कर रहे हैं। सुदूर वनांचल में स्थित कर्रानवापारा की नवाडीह बसाहट का मुंझनपारा उरांव जनजातीय बाहुल्य मोहल्ला है। इस मोहल्ले में 15 से 20 आदिवासी परिवार निवासरत हैं।

लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन अभियंता श्री समीर गौर ने बताया कि मोहल्ले के लोग एक सार्वजनिक कुएँ के पानी का उपयोग पेयजल एवं विभिन्न दैनंदिन कार्यो के लिए करते है। एकमात्र पेयजल स्त्रोत, इस सार्वजनिक कुएँ के धंस जाने से वहाँ के आदिवासी परिवारों के समक्ष पेयजल एवं निस्तार की कठिन समस्या उत्पन्न हो गई थी। मोहल्लेवासी लगभग 700 मीटर दूर चलकर नवाडीह में स्थित हैण्डपंपो से पानी प्राप्त कर रहे थे। बस्ती के लोग इतनी दूरी से पानी लाने में कई कठिनाईयों का सामना कर रहे थे।

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मुंझनपारा के इन आदिवासी परिवारों की पेयजल संबंधी समस्या की जानकारी मिलते ही कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने तत्काल टेªक्टर-ट्राली में टंकी की व्यवस्था करवाकर मोहल्ले में पेयजल उपलब्ध कराने निर्देश दिए थे। मोहल्ले में कलेक्टर के निर्देश पर ट्रैक्टर-ट्राॅली में टंकी की व्यवस्था कर पेयजल उपलब्ध कराया गया था। कलेक्टर ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन अभियंता को शीघ्र नलकूप खनन कर हैण्डपंप स्थापना के लिए भी निर्देशित किया था।

पी.एच.ई. विभाग द्वारा कलेक्टर के निर्देश प्राप्त होते ही तत्परता से ड्रिलिंग मशीन मुंझनपारा भेजी गई एवं नलकूप खनन का कार्य पूर्ण कर तत्काल हैण्डपंप स्थापित कर दिया गया है। कलेक्टर की संवेदनशीलता से पेयजल की विकट समस्या से जूझ रहे ग्रामवासियों को अब सुखद अनुभूति हो रही है। गांव के सरपंच सहित सभी आदिवासी परिवारों ने कलेक्टर श्रीमती रानू साहू का ह्दय से आभार व्यक्त किया है।