डेंगू: साफ जगहों में मिल रहे नए मरीज, अब तक 20 संक्रमित
डेंगू: साफ जगहों में मिल रहे नए मरीज, अब तक 20 संक्रमित

बिलासपुर। एक सप्ताह में आधा दर्जन से अधिक डेंगू के मरीज मिल चुके हैं। नए मरीजों के साथ ही अब संख्या 20 पहुंच गई है। खास बात यह है कि डेंगू के मरीज शहर के किसी चिन्हित जगहों में नहीं मिल रहे हैं। जिसके कारण स्वास्थ्य विभाग की भी नींद उड़ी हुई है। दर्जन भर से ज्यादा मामले ऐसे इलाकों से हैं, जहां साफ-सफाई ठीक-ठाक है। ऐसे में आशंका है कि डेंगू मच्छर शहर में घूम रहा है और लोगों को संक्रमित कर रहा है। शहरी क्षेत्र में मच्छरों पर नियंत्रण रखने की जिम्मेदारी नगर निगम की होती है। निगम का स्वास्थ्य विभाग लार्वा कंट्रोल, दवाओं का छिड़काव, फागिंग का काम करता है। आमतौर पर डेंगू को लेकर पहले यह देखने को मिलता था कि किसी एक क्षेत्र से ही ज्यादा मरीज सामने आते रहे हैं। इस में स्थिति को नियंत्रित करने में आसानी भी होती है। लेकिन इस बार यह स्थिति नहीं है।

शहर के मोपका, जरहाभाठा, नूतन चौक सरकंडा क्षेत्र, यदुनंदन नगर, जबड़ापारा सरकंडा, रेलवे परिक्षेत्र, उसलापुर, मंगला, तारबाहर, पुराना बस स्टैंड क्षेत्र, क्रांति नगर, देवनंदन नगर सरकंडा, नेचर सिटी आदि क्षेत्र से डेंगू के मरीज मिल चुके है। इससे आशंका जताई जा रही है कि डेंगू मच्छर पूरे शहर में सक्रिय है। डेंगू मच्छरों को नियंत्रित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने नगर निगम से संपर्क किया था। इसे कंट्रोल करने के लिए नगर निगम को लार्वा कंट्रोल करने के सुझाव भी दिए गए। लेकिन, नगर निगम के दवा छिड़काव का भी असर डेंगू नियंत्रण में नहीं दिख रहा है। स्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने डेंगू के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सभी निजी अस्पतालों को निर्देशित किया है। उन्हें कहा गया है कि उनके अस्पताल के ओपीडी में हर दिन आने वाले मरीजों की जानकारी रखें और ऐसे मरीजों में डेंगू के लक्षण दिखाई देने पर उनके सैंपल लेकर जिला अस्पताल में एलाइजा टेस्ट के लिए भेजे। ताकि पॉजिटिव रिपोर्ट आने पर उनके उपचार की व्यवस्था की जा सके।

डेंगू नियंत्रण के लिए फिर से स्वास्थ्य विभाग ने गमबुजिया मछली मंगाने की योजना बनाई है। इसके लिए रायपुर के सरकारी हेचरी को आर्डर दिया गया है। जहां पर पर्याप्त मात्रा में मछली है। इन मछलियों शहर के अस्थाई डबरों व पानी भरने वाले जगहों में छोड़ा जाएगा। दावा किया जा रहा है कि मछलियां मच्छरों के लार्वा को खा लेती हैं। इससे डेंगू मच्छरों के लार्वा को कंट्रोल करने में मदद मिलने का दावा भी किया जा रहा है। डेंगू को लेकर राहत की बात यह है कि मिले 20 मरीज में 16 मरीज पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं। जिन्हें अस्पताल से छुट्टी भी दे दी गई है। वर्तमान में चार मरीजों का ही उपचार चल रहा है। वहीं अपोलो अस्पताल में आठ मरीज डेंगू के भर्ती है, लेकिन एक को छोड़कर सभी मरीज दूसरे जिले के हैं। डेंगू के बढ़ते मरीजों को लेकर स्वास्थ्य विभाग के अफसर यह कहकर बचाव करते हैं कि ट्रैवल हिस्ट्री वाले लोग ही डेंगू से पीड़ित है। जबकि सच्चाई यह है कि 20 मरीजों में से सिर्फ दो मरीजों की ट्रैवल हिस्ट्री है। इससे स्पष्ट है कि शहर में डेंगू के मच्छर सभी जगहों पर सक्रिय है। साफ-सफाई को लेकर लापरवाही व असावधानी बरतने से लोग डेंगू की चपेट में आ
सकते हैं।

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