पुलिस ने सुलझाई लैलूंगा के दोहरे हत्याकांड की गुत्थी
पुलिस ने सुलझाई लैलूंगा के दोहरे हत्याकांड की गुत्थी

रायगढ़। थाना लैलूंगा क्षेत्र अन्तर्गत 22 एवं 23 सितम्बर की मध्य रात्रिन पत्थलगांव रोड़ में निवासरत एलडरमेन एवं व्यववासी श्री मदन मित्तल एवं उनकी पत्नी श्रीमती अंजू मित्तल की निर्मम हत्या की गुत्थी को रायगढ़ पुलिस द्वारा पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर, रेंज बिलासपुर रतनलाल डांगी एवं पुलिस अधीक्षक रायगढ़ श्री अभिषेक मीना के मार्गदर्शन पर घटना के तीनों दिनों बाद सुलझा लिया गया है ।

घटना को अंजाम देने वाले विधि के साथ संघर्षरत 04 बालक व 01 बालिग आरोपी अक्षय प्रधान को रिमांड पर भेजा जा रहा है, घटना को कुल 06 लोगों द्वारा मिलकर अंजाम देना स्वीकार किया गया है। इनसे चोरी में प्राप्त नकदी से खर्च के बाद शेष करीब 80,000 रूपये नकद बरामद किया गया है, इनका एक साथी अभी भी फरार है, जिसके पास से मित्तल दम्पत्ति के मकान से चोरी हुआ बैग व कुछ और नकदी बरामद होने की सम्भावना है, फरार आरोपी की सघन पतासाजी में पुलिस की विशेष टीम लगी हुई है।ज्ञात हो कि दिनांक 22 एवं 23/09/2021 के दरम्यिानी रात अज्ञात आरोपियों द्वारा चोरी की नियत से लैलूंगा निवासी मदन मित्तल के घर के पीछे का दरवाजा के ऊपर रोशनदान के जाली को काट कर घर अंदर घुसकर श्री मदन कुमार अग्रवाल (55 वर्ष) एवं उनकी पत्नी अंजूदेवी अग्रवाल (54 वर्ष) का गला दबाकर हत्या कर चोरी किये जाने की घटना सामने आई थी, घटना की रिपोर्ट मृतक के परिचित प्रदीप कुमार अग्रवाल (49 साल ) निवासी लैलूंगा द्वारा दर्ज कराया जिस पर दिनांक 23/09/2021 को अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध अप.क्र. 279/2021 धारा 457,380,302 ढ्ढक्कष्ट पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

घटना की सूचना मिलते ही एसपी, एडशिनल एसपी, एसडीओपी धरमजयगढ़, धरमजयगढ़ अनुविभाग के सभी थाना, चौकी प्रभारी, थाना प्रभारी चक्रधरनगर, फारेंसिक व सायबर टीम, ट्रेकर डॉग मौके पर पहुंचे और जांच में जुट गये। पुलिस अधीक्षक द्वारा तत्काल कन्ट्रोल रूम को पाइंट देकर सम्पूर्ण जिले की नाकेबंदी कर संदिग्धों की सघन पतासाजी का निर्देश दिया गया। घटना की गंभीरता को लेकर दोपहर सड़क मार्ग से रेंज आईजीपी रतनलाल डांगी भी घटनास्थल पहुंचे। रेंज आईजी द्वारा भी घटनास्थल एवं आसपास क्षेत्र का बारीकी से निरीक्षण कर महत्वपूर्ण दिशा निर्देश जांच टीम को दिया गया तथा मृतको के वारिसानों एवं क्षेत्र के गणमान्य व्यक्तियों से मिलकर अतिशीघ्र आरोपियों के पकड़े जाने का विश्वास दिलाया गया। मामले की संजीदगी को देखते हुए एसपी अभिषेक मीणा एवं एडशिनल एसपी लखन पटले एवं एसडीओपी धरमजयगढ़ दीपक मिश्रा थाना लैलूंगा में कैम्प किये। कैम्प में एसपी मीणा विवेचना टीम को लगातार मार्गदर्शन देते रहे, उनके द्वारा एडिशनल एसपी व एसडीओपी धरमजयगढ़ के नेतृत्व में थाना प्रभारी लैलूंगा, घरघोड़ा, धरमजयगढ़, पूंजीपथरा, चक्रधरनगर के साथ प्रधान आरक्षक एवं आरक्षकों की टीम का गठन कर सभी को अलग-अलग टास्क दिये। पुलिस की टीमें चोरी के साथ आपसी रंजिश व कई पहलुओं को दृष्टिगत रखते हुये जांच मेंआगे बढ़ रही थी। सायबर की टीम संदिग्ध दर्जनों व्यक्तियों के मोबाइल नम्बर एवं सैकड़ों सीसीटीवी फुटेज की जांच कर महत्वपूर्ण जानकारियों एसपी अभिषेक मीना को उपलब्ध कराया जा रहा था। पुलिस अधीक्षक द्वारा क्षेत्र के रहवासियों को भी जांच में सहयोग की अपील किये।

इसी दरम्यान सीसीटीवी फुटेजों की जांच कर रही साइबर टीम को फुटेज में सांई पेट्रोल पम्प के पास दिनांक 22/09/2021 के रात्रि 3-4 लड़कों का मूव्मेंट दिखा जो मित्तल निवास के पीछे वाले रोड़ से हाकर चखना सेंटर की तरफ गये और कुछ देर बाद उसी पीछे वाले रास्ते पर जो हत्या के घटनास्थल की ओर जाता है, जाते दिखाई दिये, जिसके बाद पुलिस टीम चखना सेंटर के मालिक अर्जुन साहू निवासी रूडेकेला को सम्पर्क कर वहां का फुटेज देखा गया जिसमें 03 लड़के चोरी करते दिखाई दे रहे हैं। चखना सेंटर के मालिक के रिपोर्ट पर अप.क्र. 281/2021 धारा 457,380 ढ्ढक्कष्ट कायम किया गया। पुलिस टीम तत्काल संदिग्धों की पतासाजी कर तीन नाबालिग बालकों को हिरासत में लिया गया। चखना सेंटर के मालिक अर्जुन साहू ने बताया कि दुकान का एलवेस्टर तोड़कर अज्ञात आरोपियों द्वारा दुकान से गुटखा, सिगरेट, कोल्ड ड्रिंबक्स बॉटल व कुछ नकदी चोरी कर ले गये हैं। पुलिस टीम द्वारा हिरासत में लिए गये संदिग्ध बालकों से पूछताछ में चखना सेंटर में चोरी की वारदात कबूल किये, मित्तल निवास के पीछे एक स्थान पर ढेर सारे गुटखा के पाऊच रैपर के संबंध में कड़ी पूछताछ करने पर नाबालिगों द्वारा चखना सेंटर में चोरी के साथ निर्माणाधीन मकान के पास के मकान (मित्तल निवास) में दो लोगों की हत्या कर चोरी करना बताये, विधि के साथ संघर्षरत बालकों सहित 06 लड़कों द्वारा घटना को अंजाम देना बताने पर पुलिस की टीमें अलग-अलग स्थानों पर दबिश देकर आरोपी अक्षय प्रधान व चार विधि के साथ संघर्षरत बालकों को अभिरक्षा में लिया गया, जिसके बाद इस अंधे हत्याकांड का खुलासा हुआ।

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