उद्योग मंत्री ने किया विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास
उद्योग मंत्री ने किया विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास

रायपुर । उद्योग मंत्री श्री कवासी लखमा ने आज सुकमा प्रवास के दौरान ग्राम केरलापाल, चिकपाल और दोरनापाल में अनेक विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास किया। मंत्री श्री लखमा ने केरलापाल में सर्व समाज भवन, रंगमंच, दोरनापाल में नगर पंचायत के सभाकक्ष, एसआरएलएम सेंटर के बाउंड्री वाल और मुक्तिधाम के बाउंड्री वाल कार्य का भूमिपूजन किया। मंत्री ने स्वेच्छानुदान मद से 54 हितग्राहियों को 3 लाख 5 हजार रुपए की सहायता राशि का चेक प्रदान किया। इसके साथ ही हितग्राहियों को राशन कार्ड का वितरण भी किया गया। मंत्री श्री लखमा ने चिकपाल में सामुदायिक भवन का लोकार्पण किया।

चिकपाल के आमसभा में उन्होंने कहा कि क्षेत्र में आवागमन की समस्या को दूर करने का कार्य प्राथमिकता के साथ किया गया। शबरी नदी में पहला पुल झापरा में बनाया गया। अब इसी नदी पर कोकराल, गंजेनार, दोरनापाल और कोंटा में पुल का निर्माण किया जा चुका है। अब केरलापाल और ओड़ीसा के बटनवाड़ा के बीच भी शबरी नदी में 18 करोड़ रुपए की लागत से पुल का निर्माण किया जाएगा। इससे दोनों राज्यों के लोगों को सुविधा होगी और वे व्यावसायिक व सामाजिक कार्यों के लिए आसानी से आवागमन कर सकेंगे। उन्होंने दोरनापाल में पेयजल की समस्या के समाधान के लिए चार करोड़ रुपए दिए जाने की बात भी कही। उन्होंने कोयाबेकूर में भी एक करोड़ रुपए की लागत से पुल निर्माण की घोषणा की।

चिकपालवासियों के विकास की आकांक्षाओं को पूरा किया जाएगा और यहां पटेलपारा और समरुपारा में भी रंगमंच का निर्माण किया जाएगा। दोरनापाल में मंत्री श्री लखमा ने कहा कि जनता के सहयोग से इस क्षेत्र की समस्याओं को तेजी से दूर किया जा रहा है। इस क्षेत्र में लोगों के जीवन को सुगम बनाने के लिए कई कार्य किए गए हैं। शांति की स्थापना के साथ ही जनजीवन सामान्य हो रहा है। विकास कार्यों में आई तेजी के बाद लोगों में समृद्धि दिखती है। चिंतलनार, जगरगुण्डा और भेज्जी में बाजार लग रहे हैं। क्षेत्र के बंद पड़े स्कूलों का संचालन अब फिर से किया जा रहा है। दोरनापाल से शबरी नदी तक सीसी सड़क, तहसील और बस स्टैण्ड का निर्माण शीघ्र किया जाएगा। आज गांव-गांव में युवाओं के पास मोटर सायकल है और ट्रैक्टर है। कई राशन दुकानों की स्थापना की गई, ताकि लोगों को नजदीक में ही राशन प्राप्त हो सके। किसानों की सुविधा के लिए एर्राबोर और केरलापाल में धान खरीदी केन्द्र भी स्थापित किया गया।