सुकमा पुलिस को मिला आनंद अनुभूति का तोहफा: आर्ट ऑफ लिविंग ने दिया 3-दिवसीय हैप्पीनेस योग शिविर
सुकमा पुलिस को मिला आनंद अनुभूति का तोहफा: आर्ट ऑफ लिविंग ने दिया 3-दिवसीय हैप्पीनेस योग शिविर

सुकमा जिले के पुलिस जवानों और अधिकारियों को एक अनोखा अनुभव मिला!  पद्म विभूषण से सम्मानित गुरुदेव रविशंकर की संस्था आर्ट ऑफ लिविंग के प्रशिक्षक अजय सिंह बैस ने सुकमा में 3 दिवसीय हैप्पीनेस योग शिविर “आनंद अनुभूति” का आयोजन किया। इस शिविर में जवानों को तनाव मुक्त जीवन, मानसिक शांति और जीवन में सकारात्मकता लाने के लिए योग, ध्यान और प्राणायाम का प्रशिक्षण दिया गया।

इस शिविर में विश्वविख्यात सुदर्शन क्रिया की प्रक्रियाओं को मनोरंजक क्रियाओं और आपसी संवाद के जरिये सिखाया गया। इस क्रिया के बारे में अजय सिंह जी ने बताया कि यह न केवल शरीर को स्वस्थ बनाती है, बल्कि मन को भी शांत करती है और तनाव से मुक्ति दिलाती है। उन्होंने आगे कहा कि सुदर्शन क्रिया से आत्मविश्वास, एकाग्रता, निर्णय लेने की क्षमता और रोग प्रतिरोधक क्षमता में अभूतपूर्व सुधार होता है। 

शिविर के दौरान, जवानों को “हिंसा मुक्त समाज, रोग मुक्त शरीर, तनाव मुक्त मन, शंका रहित बुद्धि, शोक रहित स्मरण शक्ति, शारीरिक क्षमतायुक्त शरीर और एक दुःख रहित आत्मा” प्राप्त करने के तरीके सिखाए गए। यह शिविर जवानों को उनके दैनिक जीवन में आने वाले तनाव से निपटने के लिए भी तैयार करता है।

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शिविर में लगभग 200 पुलिस जवानों और अधिकारियों ने हिस्सा लिया।  सुकमा जिले के पुलिस अधीक्षक किरण चव्हाण का इस शिविर में महत्वपूर्ण योगदान रहा। उन्होंने  आर्ट ऑफ लिविंग की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह शिविर जवानों को तनाव से मुक्ति दिलाने में मदद करेगा और उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाएगा।  

शिविर के समापन समारोह में एसपी किरण चव्हाण ने जवानों का उत्साहवर्धन किया और उन्हें इस शिविर के लाभों का पूरा उपयोग करने के लिए प्रेरित किया। 

इस शिविर की सफलता में मनोज देव, प्रशिक्षक राम प्रसाद सरके, भास्कर बोडके, रवि उपाध्याय, वट्टी, और विकास नारंग का भी सराहनीय योगदान रहा।

आर्ट ऑफ लिविंग के इस प्रयास से सुकमा जिले के जवानों को न केवल मानसिक और शारीरिक तौर पर मजबूत होने में मदद मिलेगी, बल्कि यह उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने में भी सहायक होगा।