परोपकार से बढ़कर कोई भी अच्छा व श्रेष्ठ कार्य नहीं
परोपकार से बढ़कर कोई भी अच्छा व श्रेष्ठ कार्य नहीं

सूरजपुर । लाइफ लाइन एक्सप्रेस शिविर में दानदाताओं की संख्या लगातार बढती जा रही है इसी क्रम में सामाजिक संस्था सन सिरोमणी समाज जिला सूरजपुर द्वारा आज मरीजों के भोजन व्यवस्था के लिए 5 क्वींटल चावल, 2 कट्टी दाल, 70 किग्रा. सब्जी एवं 25 किग्रा. अचार प्रदाय किया गया। सन सिरोमणी समाज के अध्यक्ष श्री विजय कुर्रे ने अपनी भावना व्यक्त करते हुए कहा कि जब हमने सुना कि विभिन्न समाज के लोग खुले मन से यहां सहयोग कर रहे तो हमें भी आगे बढ़कर इसमें सहयोग देना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारे समाज में गरीब-अमीर हर प्रकार के व्यक्ति होते हैं। अनेक लोग ऐसे हैं, जिन्हें भरपेट भोजन भी नहीं मिलता और कुछ लोग ऐसे हैं, प्यासे को पानी पिलाना और किसी भूखे को खाना खिला देना कौन नहीं चाहता। ऐसे परोपकार से बढ़कर इस संपूर्ण पृथ्वी पर कोई भी अच्छा व श्रेष्ठ कार्य नहीं है। यही परोपकार भावना लेकर हम सब यहां
आये है।

इस दौरान सन सिरोमणी समाज के उपाध्यक्ष विजय कुर्रे, सचिव सहदेव रवि, सह सचिव फुलचन्द रवि, कोषाध्यक्ष जगलाल सोनवानी, महामंत्री अमरजीत सोंलकी, अजय सोनवानी, विधि सलाहकार बंशबली हितकर, सामाजिक सलाहकार अशोक रवि, संतोष रवि, एवं मनोज कुमार सोनवानी सूरजपुर, रोहित कन्नौजे प्रेमनगर, प्रवीण कुमार सोनवानी रामानुजनगर, लखन रवि प्रतापपुर के ब्लाक अध्यक्ष सहित सदस्यगण अमरजीत, देवसाय, प्रेमसाय कुर्रे, राहुल कुर्रे, शिवशंकर रवि, अनिल कुर्रे, ललित चौधरी, पिताम्बर सोनवानी, बनाफर राम रवि, संजय रवि, मनोज हितकर उपस्थित रहे। शिक्षा विभाग का शिविर में सराहनीय योगदान 26 से विश्रामपुर माल धक्का में जीवन रेखा एक एक्सप्रेस में इलाज चालू है जिसमें ग्रीन रूम बनाया गया है। ग्रीन रूम में ऐसे शिक्षा विभाग के अधिकारी कर्मचारी की ड्यूटी लगाई गई है जो ऑपरेशन के उपरांत का ऑपरेशन कराने के बाद सेवाएं दी जा रही है।

आज उसी क्रम में ग्रीन रूम में लगे अधिकारी कर्मचारियों ने मरीज के परिजनों को नाश्ता का बीड़ा उठाया और साथ ही दुआएं बटोरने के साथ-साथ सेवाएं भी दे रहे हैं। उसी क्रम में ग्रीन रूम में लगाए गए अधिकारी कर्मचारियों में डीएमसी शशिकांत सिंह, दिनेश द्विवेदी, मनोज मंडल, अनुराग सिंह, बघेल दिनेश साहू, गिरवर यादव, नवीन, जान, अलम दास, अचल शर्मा, मुख्य रूप से सहयोग राशि देकर सुबह का नाश्ता मरीज के परिजनों को कराया।