मुख्यमंत्री साय ने कुर्मी समाज की सराहना की, किसानों के कल्याण पर दिया ज़ोर
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री का कुर्मी समाज को संबोधन: विकास और कल्याण का संदेश
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने हाल ही में दुर्ग जिले के ग्राम कोलिहापुरी में आयोजित चन्द्रनाहू कुर्मी क्षत्रीय समाज के केन्द्रीय महाधिवेशन में शिरकत की। अपने संबोधन में उन्होंने समाज के गौरवशाली अतीत और वर्तमान योगदान की सराहना करते हुए, राज्य के विकास में इसके महत्वपूर्ण रोल पर ज़ोर दिया।
गौरवशाली अतीत और उज्जवल भविष्य
मुख्यमंत्री साय ने कहा, “चन्द्रनाहू कुर्मी क्षत्रीय समाज का इतिहास गौरवशाली रहा है। हमें शिवाजी महाराज जैसे वीर योद्धा और सरदार वल्लभ भाई पटेल जैसे महान विभूतियों पर गर्व है।” उन्होंने कहा कि यह समाज न केवल परिश्रम और स्वाभिमान का प्रतीक है, बल्कि छत्तीसगढ़ के विकास का आधार स्तंभ भी है। आगे उन्होंने कहा कि समाज को राज्य को नई ऊंचाइयों पर ले जाने में अहम भूमिका निभानी चाहिए।
किसानों के लिए सरकार की प्रतिबद्धता
मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ के किसानों के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसानों के चेहरे पर खुशी देखना चाहती है और उनकी बेहतरी के लिए निरंतर काम कर रही है। उन्होंने विकसित कृषि संकल्प अभियान का जिक्र करते हुए बताया कि कैसे वैज्ञानिक किसानों को नई तकनीकों और सरकारी योजनाओं से जोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि हर किसान तकनीकी रूप से सक्षम हो और उसकी आय में वृद्धि हो।
धान खरीदी के बारे में बात करते हुए, मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किसानों को दिए गए वादे को पूरा करने पर गर्व व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि कैसे 13 लाख से ज़्यादा किसानों के खातों में 3716 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए। उन्होंने धान खरीदी के नए रिकॉर्ड का भी उल्लेख किया, जो किसानों में खेती के प्रति बढ़ते उत्साह को दर्शाता है। इसके अलावा, सरकार सिंचाई के साधनों को बढ़ावा देने, पशुपालन और मत्स्य पालन को बढ़ावा देने, और दुग्ध उत्पादन बढ़ाने पर भी काम कर रही है।
महिलाओं, बुजुर्गों और सभी वर्गों के लिए कल्याणकारी योजनाएँ
मुख्यमंत्री ने विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी। महतारी वंदना योजना के तहत 70 लाख से अधिक महिलाओं को आर्थिक सहायता मिल रही है, जिससे वे आत्मनिर्भर बन रही हैं। मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना और रामलला दर्शन योजना से बुजुर्गों और श्रद्धालुओं को लाभ मिल रहा है। उन्होंने सुशासन तिहार के दौरान 40 लाख से ज़्यादा आवेदनों का निराकरण करने की बात भी कही।
शिक्षा और उद्योगों पर ज़ोर
मुख्यमंत्री ने शिक्षा के महत्व पर ज़ोर देते हुए कहा कि यह केवल नौकरी पाने का साधन नहीं, बल्कि जीवन और समाज को बेहतर बनाने का जरिया है। उन्होंने नई शिक्षा नीति के अंतर्गत गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने की बात कही। उन्होंने नई औद्योगिक नीति के बारे में भी बताया, जिससे प्रदेश में उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा।
समापन
अपने संबोधन के अंत में मुख्यमंत्री ने कुर्मी समाज की सराहना करते हुए कहा कि यह समाज छत्तीसगढ़ के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने समाज से राज्य के विकास में और अधिक योगदान देने का आग्रह किया। राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा ने भी समाज के सदस्यों को संस्कारवान बनाने की आवश्यकता पर ज़ोर दिया।