गरियाबंद के मुड़ाबहार जंगल में मिले एक युवक के शव के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है।
पुलिस की जांच में पता चला कि प्रेम प्रसंग से आहत युवती के पिता और भाइयों ने पीट-पीटकर युवक को मौत के घाट उतारा था और फिर आत्महत्या का रूप देने के लिए शव को पेड़ पर लटका दिया था।
पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
27 जुलाई को मैनपुर थाना क्षेत्र के मूड़ाबहार जंगल में भाठीगढ़ निवासी भुनेशर नेगी (21) का शव मिला था।
शव की स्थिति और पीएम रिपोर्ट हत्या के संकेत दे रहे थे।
पुलिस ने युवती के पिता बालचंद नेताम (49), बेटा सोनसाय (21) और भतीजा महेश्वर (29) को गिरफ्तार किया।
पुलिस की जांच में पता चला कि 18 जुलाई को मृतक अपने घर से साल्हेभाठ जाने के लिए निकला था और दो दिन बाद मृतक के पिता ने मैनपुर में गुमशुदगी दर्ज कराई थी।
पुलिस को प्रेम प्रसंग का पता चला और साल्हेभाठ को जांच का केंद्र बिंदु बनाया गया।
पुलिस ने आरोपियों के पड़ोसियों से पूछताछ की और 10 से भी ज़्यादा लोगों के बयान दर्ज किए।
प्रत्यक्षदर्शियों ने मृतक भुवनेशर को रात को आरोपियों के घर आते देखे जाने की पुष्टि की।
पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
आरोपियों ने बताया कि 18 जुलाई की रात मृतक ने बेटी का नाम लेकर घर में घुसने लगा। पिता बालचंद ने मना किया तो मृतक ने हाथापाई शुरू कर दी।
इस पर बेटा सोनसाय और भतीजा महेश्वर भी आ गए।
बालचंद ने भुवनेशर पर डंडा से वार करना शुरू किया और तीनों ने युवक को घर के बाड़ी में मौजूद आम पेड़ के पास ले जाकर बांध दिया, फिर पीट-पीटकर अधमरा कर दिया।
मृतक को बाड़ी के रास्ते मुड़ बहारा के जंगल ले जाया गया और फांसी पर लटका दिया गया।
मृतक के मोबाइल को तोड़कर भागवत भुंजिया के खेत में फेंक दिया गया था।
पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर टूटी मोबाइल और घटना में प्रयोग किए गए डंडा और रस्सी जब्त कर लिए हैं।
यह घटना प्रेम प्रसंग की खूनी सच्चाई को प्रकट करती है और पुलिस को सराहना मिलती है जो आरोपियों को पकड़ कर न्याय के कटघरे में खड़ा कर सके।