दुर्ग, छत्तीसगढ़। एक चौंकाने वाले मामले में, दुर्ग के पंजीयन कार्यालय के सब रजिस्ट्रार दीपाली राजपूत सहित 5 लोगों पर जमीन धोखाधड़ी का आरोप लगा है। थाना दुर्ग कोतवाली पुलिस ने धारा 318(4), 338, 336(3), 340(2), 61(2) के तहत इन आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
ग्राम चारभाठा पाटन निवासी 70 वर्षीय पुनबाई ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। पुनबाई, जो पढ़ी-लिखी नहीं हैं और बीमार भी रहती हैं, के नाम पर ग्राम चारभाठा में 2.25 एकड़ कृषि भूमि है।
उन्होंने राज्य ग्रामीण बैंक जामगांव से ऋण लिया था, जिसके लिए जमीन का एक हिस्सा बेचना चाहती थीं। इसी दौरान, एक व्यक्ति ने खुद को जमीन दलाल बताते हुए उनसे संपर्क किया और उनकी ऋण पुस्तिका ले ली।
आरोपी ने पुनबाई के साथ मिलकर उनकी 2.25 एकड़ भूमि में से 0.22 हेक्टेयर 55 डिसमिल को 24 लाख 32 हजार रुपए में बेचने का सौदा किया। 9 जुलाई को पुनबाई ने बिक्री के दस्तावेज पर हस्ताक्षर किए।
लेकिन 10 जुलाई को, आरोपियों ने गुरुकेवल प्रकाश साहेब, दस्तावेज लेखक पारस कुमार गुप्ता, अम्लेश्वर निवासी केदार यादव, सब रजिस्ट्रार दीपाली राजपूत और जय सांई की मदद से पूरी जमीन बेच दी।
24.32 लाख रुपए में से केवल 5 लाख रुपए पुनबाई को मिले, जबकि शेष रकम का चेक बाउंस हो गया। 2 अगस्त को पुनबाई को पता चला कि पंजीयन कार्यालय के लोगों ने मिलकर उनकी जमीन गुरुकेवल प्रकाश साहेब के नाम कर दी है।
यह मामला जमीन धोखाधड़ी के गंभीर मामलों में से एक है, जिसमें सरकारी अधिकारी भी शामिल हैं। पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है और जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने का दावा कर रही है।