नवा रायपुर की ऐतिहासिक उपलब्धि: 1788 करोड़ का कर्ज़ चुकाकर हुआ आत्मनिर्भर!
नवा रायपुर की ऐतिहासिक उपलब्धि: 1788 करोड़ का कर्ज़ चुकाकर हुआ आत्मनिर्भर!

नवा रायपुर की ऐतिहासिक उपलब्धि: 1788 करोड़ का कर्ज़ चुकाकर हुआ आत्मनिर्भर!नवा रायपुर की ऐतिहासिक उपलब्धि: 1788 करोड़ का कर्ज़ चुकाकर हुआ आत्मनिर्भर!

छत्तीसगढ़ के विकास की गाथा में एक नया अध्याय जुड़ गया है! नवा रायपुर अटल नगर विकास प्राधिकरण ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है – उसने 1788 करोड़ रुपये का कर्ज़ पूरी तरह से चुका दिया है! यह कर्ज़ भारत सरकार और कई राष्ट्रीयकृत बैंकों से लिया गया था। इसके साथ ही, 100 करोड़ रुपये की सरकारी गारंटी भी राज्य सरकार को वापस कर दी गई है। यह कामयाबी मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय जी की दूरदर्शी नीतियों, पारदर्शी प्रशासन और वित्तीय अनुशासन का एक शानदार उदाहरण है।

कर्ज़ से मुक्ति: एक नई शुरुआत

सोचिए, एक ऐसा शहर जिसका निर्माण ही भारी कर्ज़ के बोझ तले शुरू हुआ हो! नवा रायपुर भी कुछ ऐसा ही था। भूमि अधिग्रहण, सड़कों का निर्माण, शासकीय भवनों और संस्थानों (जैसे हिदायतुल्लाह विश्वविद्यालय) के निर्माण के लिए बड़े पैमाने पर कर्ज़ लेना पड़ा था। लेकिन यह कर्ज़ और उसका ब्याज, प्राधिकरण के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया था। लेकिन मुख्यमंत्री श्री साय के नेतृत्व में, छत्तीसगढ़ सरकार ने वित्तीय स्वावलंबन पर जोर दिया। नई नीतियों ने प्राधिकरण की आय में बढ़ोतरी की और कर्ज़ से मुक्ति का रास्ता साफ किया।

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विकास की नई उड़ान: मेडिसिटी से सेमीकंडक्टर तक

इस कामयाबी के पीछे छत्तीसगढ़ सरकार की कई रणनीतियाँ काम आईं। मेडिसिटी, फार्मास्यूटिकल पार्क, पॉलिमैटेक कंपनी का सेमीकंडक्टर प्लांट, और राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान जैसी परियोजनाओं ने निजी निवेश को आकर्षित किया। 2024-25 के तृतीय अनुपूरक बजट में 1043 करोड़ रुपये का आवंटन और छत्तीसगढ़ बकाया कर, ब्याज एवं शास्ति के निपटान (संशोधन) अध्यादेश-2025 ने आर्थिक गतिविधियों को और गति दी। यह सब मिलकर नवा रायपुर की आय को मज़बूत करने में मददगार साबित हुआ।

भविष्य की ओर: रोजगार और विकास का केंद्र

कर्ज़ से मुक्ति के बाद, नवा रायपुर अटल नगर विकास प्राधिकरण की संपत्तियां अब पूरी तरह से बंधनमुक्त हैं। इससे न केवल नगदी प्रवाह बेहतर होगा, बल्कि अधोसंरचना विकास और नई परियोजनाओं को और तेज़ी से लागू किया जा सकेगा। मुख्यमंत्री श्री साय का मानना है कि यह कदम नवा रायपुर को मेडिकल टूरिज्म और औद्योगिक विकास का केंद्र बनाएगा, जिससे स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी ने भी इस उपलब्धि को छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था के लिए एक नए विकास इंजन के रूप में देखा है। नवा रायपुर में आरबीआई, नाबार्ड, एनटीपीसी, और कई अन्य संस्थान पहले ही स्थापित हो चुके हैं, और आने वाले समय में सेमीकंडक्टर और डाटा सेंटर जैसे उद्योगों का भी विकास होगा।

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एक प्रेरणादायक मिसाल

नवा रायपुर की यह सफलता वित्तीय अनुशासन और रणनीतिक नियोजन की एक शानदार मिसाल है। यह देश के अन्य शहरी विकास प्राधिकरणों के लिए एक प्रेरणा है। मुख्यमंत्री श्री साय का सपना नवा रायपुर को न केवल छत्तीसगढ़ की गौरवशाली राजधानी, बल्कि देश के लिए एक आदर्श शहर के रूप में स्थापित करना है।