प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि: बेमेतरा के मानसिंह आनंद की सफलता गाथा
छत्तीसगढ़ के किसानों के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM-KISAN) एक वरदान साबित हो रही है। इस योजना से किसानों को आर्थिक मदद मिल रही है और वे आत्मनिर्भर बनने की ओर अग्रसर हो रहे हैं। इसकी एक बेहतरीन मिसाल है बेमेतरा जिले के ग्राम मंजगांव के निवासी श्री मानसिंह आनंद जी।
सीमांत किसान की उल्लेखनीय प्रगति
मात्र 0.71 हेक्टेयर भूमि के मालिक श्री मानसिंह ने 10 जून 2019 को PM-KISAN योजना के तहत अपना पंजीकरण कराया था (पंजीयन क्रमांक: ब्ळ21997748)। उन्हें अब तक इस योजना के तहत लगातार 19 किस्तों की राशि उनके बैंक खाते में प्राप्त हो चुकी है। हालांकि, अन्य किसानों की तुलना में उनका पंजीकरण थोड़ा देर से हुआ था, इसलिए उन्हें 20 की बजाय 19 किस्तें मिली हैं।
PM-KISAN: किसानों के लिए आर्थिक सुरक्षा कवच
श्री मानसिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई यह योजना उनके जैसे सीमांत किसानों के लिए बेहद फायदेमंद है। उन्होंने इस योजना से मिली राशि का उपयोग खेती के कामों के साथ-साथ अपने बच्चों की शिक्षा में भी किया है। उन्होंने कहा, “यह सहायता समय पर मिलने से हमें उर्वरक, बीज और अन्य कृषि संसाधनों की खरीद में बहुत सुविधा हुई है। इससे हमारी खेती आसान और मुनाफे वाली हुई है।” श्री मानसिंह ने प्रधानमंत्री मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह योजना किसानों के लिए एक आर्थिक सुरक्षा कवच की तरह है और इससे किसानों को आत्मनिर्भर बनने में मदद मिल रही है।
एक प्रेरणादायक कहानी
श्री मानसिंह आनंद की कहानी सिर्फ़ बेमेतरा ही नहीं, बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ के किसानों के लिए प्रेरणास्पद है। यह साबित करती है कि अगर सरकारी योजनाओं का लाभ सही तरीके से और ईमानदारी से उठाया जाए तो छोटी जोत वाले किसान भी आत्मनिर्भर और सफल हो सकते हैं। यह कहानी हमें यह भी याद दिलाती है कि सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी होना और उनका सही उपयोग करना कितना महत्वपूर्ण है।