छत्तीसगढ़ का गौरव: राहुल गुप्ता 15 अगस्त को ऑस्ट्रेलिया की सबसे ऊंची चोटी पर फहराएंगे तिरंगा
छत्तीसगढ़ का गौरव: राहुल गुप्ता 15 अगस्त को ऑस्ट्रेलिया की सबसे ऊंची चोटी पर फहराएंगे तिरंगा

रायपुर से एक रोमांचक खबर आई है जो हर भारतीय के दिल को गर्व से भर देगी। छत्तीसगढ़ के प्रथम पर्वतारोही राहुल गुप्ता, जिन्हें ‘माउंटेन मैन’ के नाम से भी जाना जाता है, एक बार फिर देश का नाम रोशन करने जा रहे हैं। इस बार उनका लक्ष्य है ऑस्ट्रेलिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट कोज़िअस्को

15 अगस्त, जब पूरा देश स्वतंत्रता दिवस मना रहा होगा, उस दिन राहुल 7,310 फीट की ऊंचाई पर तिरंगा फहराकर एक नया कीर्तिमान रचेंगे। यह अभियान न केवल भारत के लिए गौरव का क्षण होगा, बल्कि छत्तीसगढ़ राज्य के लिए भी एक विशेष उपलब्धि होगी।

राहुल का यह साहसिक अभियान 8 अगस्त को रायपुर से शुरू होगा। वे अल्पाइन टेक्निक क्लाइम्बिंग और विंटर एक्सपीडिशन में महारत रखते हैं, जो इस चुनौतीपूर्ण चढ़ाई में उनके लिए बहुत मददगार साबित होगी। इस दौरान उन्हें लगभग 23 किलोमीटर की दूरी तय करनी होगी, वो भी माइनस 10 डिग्री तक के तापमान में।

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अपने इस अभियान के लिए राहुल ने खेल मंत्री टंक राम वर्मा और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का आभार व्यक्त किया है।
अपने इस अभियान के लिए राहुल ने खेल मंत्री टंक राम वर्मा और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का आभार व्यक्त किया है।

राहुल गुप्ता का नाम पहले से ही इतिहास में दर्ज है। वे छत्तीसगढ़ के पहले ऐसे व्यक्ति हैं जिन्होंने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट (8848 मीटर) को फतह किया है। उन्हें राज्य में एडवेंचर स्पोर्ट्स के जनक के रूप में भी जाना जाता है।

अपने इस अभियान के लिए राहुल ने खेल मंत्री टंक राम वर्मा और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने बताया कि श्री साय ने उनके पर्वतारोही बनने के सफर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

राहुल की यह उपलब्धि न केवल उनके व्यक्तिगत जीवन में एक मील का पत्थर होगी, बल्कि यह छत्तीसगढ़ और पूरे भारत के युवाओं के लिए एक प्रेरणा भी बनेगी। उनका यह प्रयास दिखाता है कि दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।

इस अभियान के माध्यम से राहुल न केवल देश का झंडा ऊंचा करेंगे, बल्कि वे सामाजिक संदेश भी देंगे। यह उनकी परंपरा रही है कि वे हर अभियान में किसी न किसी सामाजिक मुद्दे को भी उठाते हैं।

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राहुल का यह साहसिक कदम भारतीय पर्वतारोहण के क्षेत्र में एक नया अध्याय लिखेगा और दुनिया को दिखाएगा कि भारत के युवा किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं।

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