बिलासपुर। हाल ही में दिल्ली में हुए एक गंभीर हादसे के बाद, जहां एक कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से तीन छात्रों की जान चली गई, बिलासपुर जिला प्रशासन ने सुरक्षा मानकों को लेकर सतर्कता बरतने का निर्णय लिया है। बिलासपुर कलेक्टर अवनीश कुमार शरण ने जिले में संचालित सभी कोचिंग सेंटरों की जांच के लिए एक 5 सदस्यीय टीम का गठन किया है।
इस टीम का नेतृत्व अनुविभागीय दण्डाधिकारी करेंगे, जिसमें अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बिलासपुर, नगर पालिक निगम के अपर आयुक्त, नगर सेना के जिला सेनानी और उच्च शिक्षा बिलासपुर के अपर संचालक शामिल होंगे।
जांच का मुख्य उद्देश्य कोचिंग संस्थानों में निम्नलिखित बिंदुओं की स्थिति की समीक्षा करना है:
- सुरक्षा मानकों का अनुपालन
- भवन अनुज्ञा का पालन
- फायर एक्जिट की व्यवस्था
- प्रवेश एवं निकास द्वार की पर्याप्तता
- आकस्मिक स्थिति से निपटने की व्यवस्था
अगर जांच में कोई भी कमी पाई जाती है, तो जिला प्रशासन आगे की कार्रवाई करेगा। यह कदम छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और भविष्य में ऐसे हादसों को रोकने के लिए उठाया गया है।
बिलासपुर प्रशासन की यह पहल सुरक्षा मानकों के प्रति जागरूकता बढ़ाने और सभी कोचिंग संस्थानों में सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
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