सुकमा में नक्सली दम्पति ने किया आत्मसमर्पण: समाज की मुख्य धारा में लौटने का फैसला
सुकमा में नक्सली दम्पति ने किया आत्मसमर्पण: समाज की मुख्य धारा में लौटने का फैसला

सुकमा जिले में एक बड़ी खबर सामने आई है! नक्सल ऑपरेशन कार्यालय सुकमा में पुलिस अफसरों के सामने एक नक्सली दम्पति ने आत्मसमर्पण कर दिया है। ये दम्पति नक्सलवाद के रास्ते से मुड़कर समाज की मुख्य धारा में लौटने का फैसला लिया है।

पुलिस के अनुसार, नंदा उर्फ बुधरा मुचाकी (पेददाबोडकेल आरपीसी डीएकेएमएस सदस्य) और उनकी पत्नी मुचाकी कमली (पेद्दाबोडकेल आरपीसी केएएमएस अध्यक्ष), जो तिम्मापुरम गोलापारा थाना चिन्तलनार जिला सुकमा के रहने वाले हैं, नक्सल संगठन को छोड़कर समाज की मुख्य धारा में शामिल होने के लिए बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया।

इस आत्मसमर्पण के पीछे 223 वाहिनी सीआरपीएफ आसूचना शाखा के कार्मिकों की विशेष भूमिका रही है। उन्होंने नक्सली दम्पति को आत्मसमर्पण के लिए प्रोत्साहित किया।

दम्पति ने बताया कि वे नक्सल संगठन में सक्रिय थे और कई नक्सली गतिविधियों में शामिल थे। इन्होंने पुलिस गस्त पार्टी की रेकी करना, मुख्य मार्गों को खोदकर मार्ग अवरूद्ध करना, शासन-प्रशासन के विरूद्ध नक्सली बेनर, पोस्टर, पर्चा-पाम्पलेट लगाने एवं अन्य घटनाओं में भाग लिया था।

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अब छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति के तहत इस दम्पति को आर्थिक सहायता और अन्य सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।

यह आत्मसमर्पण छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद से मुक्ति पाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह साबित करता है कि शांति और विकास का रास्ता ही सही रास्ता है।