कवर्धा में त्रासदी: रानी दहरा जलप्रपात में डूबा डिप्टी सीएम का भांजा
कवर्धा में त्रासदी: रानी दहरा जलप्रपात में डूबा डिप्टी सीएम का भांजा

कवर्धा जिले के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल रानी दहरा जलप्रपात ने एक बार फिर अपना भयानक रूप दिखाया है। रविवार की दोपहर को एक 21 वर्षीय युवक की जान लेकर यह जलप्रपात फिर से सुर्खियों में आ गया है। तुषार साहू नाम का यह युवक, जो कि छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम अरुण साव का भांजा बताया जा रहा है, अपने दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने गया था।

बोड़ला थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले इस जलप्रपात में नहाते समय तुषार अचानक गहरे पानी में चला गया और डूबने लगा। उसके दोस्तों ने उसे बचाने का प्रयास किया, लेकिन तेज बहाव के कारण वे असफल रहे। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन हरकत में आ गया।

एसपी और एडिशनल एसपी सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और बचाव कार्य शुरू करवाया। स्थानीय गोताखोरों की मदद से नदी में खोजबीन की जा रही है, लेकिन अभी तक तुषार का कोई सुराग नहीं मिला है। उसके परिजन भी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं और बेटे की सलामती की दुआ कर रहे हैं।

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यह घटना रानी दहरा जलप्रपात की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है। प्रकृति की गोद में बसा यह स्थान जहां एक ओर पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है, वहीं दूसरी ओर अक्सर जानलेवा साबित होता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले कुछ वर्षों में यहां कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।

जिला प्रशासन पर आरोप है कि वह पर्यटकों की सुरक्षा को लेकर गंभीर नहीं है। न तो यहां कोई चेतावनी बोर्ड लगाया गया है और न ही कोई सुरक्षा कर्मी तैनात किया गया है। स्थानीय युवा रवि वर्मा का कहना है, “हम बार-बार प्रशासन से गुहार लगा चुके हैं कि यहां सुरक्षा के इंतजाम किए जाएं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती।”

इस घटना ने एक बार फिर प्राकृतिक स्थलों पर सुरक्षा के महत्व को रेखांकित किया है। आशा की जा रही है कि इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद प्रशासन जागेगा और आवश्यक कदम उठाएगा, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।

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जैसे-जैसे बचाव कार्य जारी है, पूरा कवर्धा जिला तुषार की सलामती की प्रार्थना कर रहा है। यह घटना एक बार फिर हमें याद दिलाती है कि प्रकृति की सुंदरता के साथ-साथ उसकी शक्ति का भी सम्मान करना चाहिए, और सुरक्षा को कभी भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।

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