रायपुर । लाल साड़ी पहने छत्तीसगढ़ की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ की महिलाएं रायपुर पहुंचीं। बूढ़ापारा स्थित धरना स्थल पर इन महिलाओं ने आंदोलन कर दिया। सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका संघ की प्रांतीय अध्यक्ष सरिता पाठक की अगुवाई में इन महिलाओं ने अपनी आवाज बुलंद की। प्रदर्शन करते हुए महिलाओं ने चेतावनी दी कि अगर वक्त रहते इनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो नवंबर के दूसरे सप्ताह से इनके बड़े आंदोलन प्रदेश भर में शुरू हो जाएंगे। सरिता पाठक ने बताया कि दिवाली त्योहार के दौरान प्रदेश भर की महिलाएं अपने परिवार के साथ समय बिता रही हैं। बाजार में नई नई चीजों की खरीदारी कर रही है। मगर हमें आर्थिक रूप से कमजोर बनाने का काम किया जा रहा है। हमारे पास दिवाली में बच्चों के लिए मिठाई तक खरीदने के पैसे नहीं हैं। लंबे वक्त से हम अपने मानदेय को बढ़ाने की मांग कर रहे हैं।
कांग्रेस पार्टी ने चुनाव के वक्त वादा भी किया था मगर अब 3 साल बीतने को हैं और हमारे मानदेय की तरफ सरकार ध्यान नहीं दे रही है। छत्तीसगढ़ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ की प्रांत अध्यक्ष सरिता पाठक ने जानकारी देते हुए बताया कि मौजूदा समय में राज्य सरकार से 2 हजार और केंद्र सरकार से 45 सौ रुपए का मानदेय मिलता है। आंगनबाड़ी की महिलाओं से सरकार हर योजना के लिए गांवा में काम करवाती है। इस बढ़ती महंगाई में इतने कम पैसों से परिवार का भरण पोषण मुमकिन नहीं हो पाता। आंगनबाड़ी की महिलाएं चाहती हैं कि इन्हें हर महीने 18 हजार रुपए के आसपास मानदेय दिया जाए।