ओमिक्रॉन के खतरे के बीच विदेश से आए 55 लोग: विदेश मंत्रालय ने सौंपी सूची
ओमिक्रॉन के खतरे के बीच विदेश से आए 55 लोग: विदेश मंत्रालय ने सौंपी सूची

रायपुर । कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के कर्नाटक में पुष्टि हाे जाने के बाद छत्तीसगढ़ में भी खतरा गहरा रहा है। विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को 55 लोगों की सूची भेजी है। ये लोग एक दिसंबर को विदेशों से लौटे हैं। उन्होंने भारत में छत्तीसगढ़ का पता लिखवाया है। अब प्रशासन ने इस सूची के आधार पर इनसे संपर्क की कोशिश शुरू की है। अधिकारियों ने बताया कि जिन देशों से ये यात्री आए हैं, उनमें यूनाइटेड किंगडम (लंदन) भी शामिल है। भारत सरकार ने इसे एट रिस्क देशों की श्रेणी में रखा है। अमेरिका, कनाडा और स्विटजरलैंड से भी लोग छत्तीसगढ़ पहुंचे हैं। इससे पहले विदेश मंत्रालय ने विदेशों से छत्तीसगढ़ आए 166 यात्रियों की सूची भेजी थी। इस सूची में शामिल लोग 27, 28 और 29 नवंबर को भारत लौटे थे।

स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक सभी से संपर्क कर कोरोना जांच की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। इनमें से किसी में कोरोना संक्रमण नहीं मिला है। स्टैंडर्ड प्रोटोकॉल के तहत सभी को 7 दिन के लिए क्वारैंटाइन कर दिया गया है। 8वें दिन उनका दोबारा टेस्ट होगा। उसके बाद उन्हें अगले सात दिन के लिए क्वारैंटाइन किया जाएगा। इस बीच छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण बढ़ा है। गुरुवार को 24 घंटे में 22 हजार 626 नमूनों की जांच हुई। इसमें 37 लोग संक्रमित पाए गए हैं। एक दिन में संक्रमण के सबसे अधिक 8 मामले दुर्ग-भिलाई में आए हैं। रायपुर में 6 और राजनांदगांव में 5 मामले आए हैं। प्रदेश में एक्टिव मामलों की संख्या 328 हो गई है।\ छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण बड़े शहरी जिलों में ही अधिक दिख रहा है।

स्वास्थ्य विभाग की गुरुवार रात जारी रिपोर्ट के मुताबिक 16 जिलों में कोरोना का कोई नया मामला सामने नहीं आया है। इन जिलों में बालोद, बेमेतरा, धमतरी, बलौदा बाजार, महासमुंद, गरियाबंद, बिलासपुर, मुंगेली, सरगुजा, कोरिया, सूरजपुर, बलरामपुर, जशपुर, दंतेवाड़ा, सुकमा और नारायणपुर शामिल है।\ कुछ महीने पहले तक 6 से अधिक जिलों में कोरोना का कोई केस नहीं बचा था, लेकिन अभी परिस्थितियां बदली हैं। केवल नारायणपुर जिला ही ऐसा है जहां अभी कोरोना का कोई केस नहीं है। सबसे अधिक 60 एक्टिव केस रायगढ़ जिले में हैं। उसके बाद रायपुर में 57, दुर्ग में 49 और धमतरी में 20 केस बचे हैं। कोरबा, बस्तर, जशपुर, बिलासपुर में भी 10 से अधिक केस हैं।

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *