रायपुर। चालीस साल के बाद पंडरी बस स्टैंड से दो हजार से अधिक यात्री बसों को हटाकर भाठागांव में बनाए गए श्री बालाजी दुधाधारी ट्रस्ट अंतरराज्यीय बस टर्मिनल में शिफ्ट कर दिया गया। सोमवार से यात्री बसे यहीं से आवाजाही करने लगी। कलेक्टर ने पंडरी से बसों का संचालन पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया है, लिहाजा यात्रियों को दोगुना किराया देकर नया बस स्टैंड जाने को मजबूर होना पड़ेगा। पहले दिन बाहर से आने वाले यात्रियों को पुराने बस स्टैंड पंडरी में भटकना पड़ा। जब उनकों पता चला कि बस स्टैंड करीब पांच किमी दूर नए बस स्टैंड बस पकड़ने जाना होगा तो यात्रियों को दिक्कतें झेलनी पड़ी। रायपुर से राज्य के दूसरे जिलों में जाने वाले यात्रियों को आटो में मनमाना किराया देकर नए बस स्टैंड भाटागांव जाना पड़ा।
दरअसल सिटी बस का संचालन कई महीनों से बंद होने से आम यात्रियों को भाठागांव बस टर्मिनल जाने-आने के लिए आटो रिक्शा ही एक मात्र साधन बच गया है। शहरवासियों का कहना है कि काफी कोशिशों के बाद नए बस स्टैंड से बसों का संचालन शुरू करना अच्छा कदम है लेकिन यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखकर जिला व नगर निगम प्रशासन को सिटी बस का संचालन भी शुरू करना चाहिए। कलेक्टर सौरभ कुमार ने सोमवार 15 नवंबर से पुराने बस स्टैंड पंडरी से बसों का संचालन करने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है। रविवार को महापौर एजाज ढेबर, सभापति प्रमोद दुबे,निगम आयुक्त प्रभात मलिक,रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड की टीम के साथ भाठागांव बस टर्मिनल की व्यवस्था का जायजा लिया।
वहीं बसों के संचालन व अन्य आवश्यक प्रशासनिक व्यवस्थाओं के सुचारु संचालन करने सोमवार सुबह छह बजे से क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी शैलाभ साहू के समन्वयन में जिला दंडाधिकारियों के नेतृत्व में निगम के उपअभियंताओं की ड्यूटी लगाई है। भाठागांव बस टर्मिनल में बस आपरेटरो,यात्रियों के लिए बेहतर यातायात व्यवस्था बनाने को लेकर पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने रविवार को कानून,यातायात व्यवस्था का जायजा लिया व स्थापित यातायात चौकी का निरीक्षण किया कर वहां मौजूद बस आपरेटरों से व्यवस्थाओं को लेकर चर्चा की है। यात्रियों को किसी तरह की परेशानी न हो इसे घ्यान में रखकर भाठागांव नए बस स्टैंड के सामने हटकेश्वर शिव मंदिर के किनारे आटो रिक्शा खड़ा रहेगा। यहीं से यात्री आटो से उतरकर बस स्टैंड में प्रवेश करेंगे और शहर के अलग-अलग स्थानों पर जाने के लिए यहीं से आटो रिक्शा में सवार होगे। इसके अलावा रिंग रोड कई पाइंट भी बनाए गए है,जहां पर आटो रिक्शा की सुविधा उपलब्ध रहेगी। हर पाइंट पर सवारियों को लाने-जाने के निर्देश दिए गए है। आटो चालक शेयरिंग सिस्टम में भी चार-पांच यात्रियों को बैठाकर उनके घर तक छोड़ेगे।