पोला पर स्थानीय पौष्टिक व्यंजन का आयोजन
पोला पर स्थानीय पौष्टिक व्यंजन का आयोजन

बीजापुर । जिले में कुपोषण एवं एनीमिया को दूर करने के लिए बीजापुर सुपोषण अभियान का संचालन किया जा रहा है। वर्तमान में सितम्बर माह को पोषण माह के रूप में मनाया जा रहा है। सुपोषण अभियान अंतर्गत बच्चों, गर्भवती माताओं, पोषक माताओं एवं 15 से 49 आयु वर्ग की महिलाओं को पोषण में सुधार करने के लिए सरकार का प्रमुख कार्यक्रम है। पोषण का अर्थ है -समग्र पोषण । इसके अंतर्गत अल्प पोषण, एनीमिया जो कि विकास में आने वाली बाधाएं हैं, और जन्म के समय बच्चे के कम वनज के साथ पैदा होने के समस्याओं के समाधानन के लिए विशिष्ट लक्ष्य प्राप्ति के लिये 06 वर्ष तक के बच्चों, किशोरियों गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं की पोषण संबधी स्थिति में सुधार करने के लिए किया गया है। जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी से मिली जानकारी के अनुसार उक्त कार्यक्रम में व्यापक स्तर पर स्थानीय निकायों के स्थानीय जनप्रतिनिधियों को शामिल करते हुए एक सितंबर से शुरू हुए पोषण माह के दौरान कई गतिविधियां ग्राम पंचायतों के ऑगनबाड़ी केन्द्रों पर आयोजित  की जा रही है। पोषण माह 2021 के तहत अलग-अलग थीम के तहत विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है।

कार्यक्रम के प्रथम सप्ताह पर ऑगनबाड़ी केन्द्रों में पोषण वाटिका विकसित करने वृक्षारोपण का आयोजन किया जा रहा है। द्वितीय सप्ताह में गर्भवती महिलाओं, बच्चों एवं किशोरी बालिकाओं हेतु योगा कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा। तृतीय सप्ताह में ऑगनबाड़ी  हितग्राहीयों को पोषण आईईसी सामाग्री का वितरण और चतुर्थ सप्ताह में गंभीर कुपोषित बच्चों के चिंहांकन कर पौष्टिक आहार से वितरण किया जाना है। विगत 02 वर्षों से सितंबर माह को देश भर में राष्ट्रीय पोषण माह के रूप में मनाया जा रहा है। इस दौरान घर-घर पोषण त्योहार के संदेश को आगे बढ़ाने का निरंतर प्रयास किया जा रहा है। जिला प्रशासन ऑगनबाड़ी कार्यकताओं एवं मितानिनों के सहयोग से ग्रामीणों को विभिन्न विषयों के प्रति जागरूक करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। कोरोना माहमारी के दौरान भी बच्चों में कुपोषण की रोकथाम एवं गंभीर रूप से कुपोषित बच्चों के विषयों पर जानकारी देकर पोषण के मुख्य विषयों पर युवाओं एवं ग्रामीणों को जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है।