सफाईकर्मियों में शिक्षा के प्रति जागरूकता लाने की जरूरत है : श्री रावत
सफाईकर्मियों में शिक्षा के प्रति जागरूकता लाने की जरूरत है : श्री रावत

राजनांदगांव । राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग भारत शासन के उपाध्यक्ष श्री बबन रावत ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में सफाई कर्मचारियों एवं मैनुअल स्केवेंजर के पुनर्वास की समीक्षा हेतु बैठक ली। इस अवसर पर कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा उपस्थित थे। राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग भारत शासन के उपाध्यक्ष श्री बबन रावत ने कहा कि सफाई कर्मचारियों में वैचारिक बदलाव लाना होगा तथा उनमें शिक्षा के प्रति जागरूकता लानी होगी। इसके लिए जागरूकता शिविर लगाएं। उन्होंने शहर के सफाईकर्मियों के वेतनमान, उनको दी जानी वाली सुविधा आवास एवं अन्य योजनाओं के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि महिलाओं की ओर से जब कोई बात हो तो उसे प्राथमिकता दी जानी चाहिए। कलेक्टर ने श्री सिन्हा ने राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग के अध्यक्ष को जिले के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राजनांदगांव जिले में महिलाओं का लिंगानुपात अधिक है, वहीं यहां महिलाओं ने पुरूषों की तुलना में अधिक टीकाकरण कराया है।

नगर निगम आयुक्त श्री आशुतोष चतुर्वेदी ने बताया कि सफाईकर्मियों को नियमित वेतन दिया जा रहा है। सफाईकर्मियों के लिए शादी एवं विशेष अवसरों के लिए डॉ. बीआर आम्बेडकर सामुदायिक भवन के निर्माण के लिए 2 करोड़ 40 लाख रूपए की प्रशासकीय स्वीकृति मिली है। जिले में नगर निगम क्षेत्र में एसआरएलएम सेंटर में महिलाएं कार्य कर रही हैं। सफाई की व्यवस्था के लिए आउटसोर्सिंग के माध्यम से कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि शासन द्वारा श्रमिकों के लिए आवास निर्माण किया गया है। वहीं प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत भी सफाईकर्मी लाभान्वित हो रहे हैं। सफाई कर्मचारियों की सुरक्षा के लिये सभी प्रकार के सुरक्षा उपकरण मास्क, ग्लब्स, एप्रॉन, गम बूट जैसी  सुविधा उपलब्ध कराई गई है। नियमित, संविदा सफाई, आउटसोर्सिंग सफाई कर्मचारियों का ईपीएफ, ईएसआई की धनराशि जमा की जा रही है। सभी सफाई कर्मचारियों को योग्यता अनुसार एसीपी लाभ दिया जाता है। नगर पालिक निगम में वर्तमान में निविदा वर्ष 2021-22 में न्यूनतम स्वीकृत 430 रूपए प्रति श्रमिक प्रतिदिन प्लेसमेंट एजेंसी को भुगतान किया जा रहा है। नगर निगम राजनांदगांव के सफाईकर्मी को रविवार का पूर्ण रूप से अवकाश दिया जाता है सिर्फ बाजार क्षेत्र में रविवार को 10 सफाई कर्मचारियों द्वारा सफाई कराई जाती है, जिन्हे गुरूवार को सप्ताहिक अवकाश दिया जाता है। सफाई व्यवस्था को नियंत्रण करने के लिए शहर के सभी 51 वार्ड में 46 स्वच्छता नायक (वार्ड प्रभारी) बनाया गया है।

राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग भारत शासन के उपाध्यक्ष श्री रावत को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने बताया कि कलेक्टर दर पर पुलिस थाने में सफाई की व्यवस्था के लिए अंशकालीन व्यवस्था की जाती है। विभाग द्वारा स्वीपर के पद पर स्थायी भर्ती भी की जाती है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि जिला चिकित्सालय में आउसोर्सिंग से 31 सफाईकर्मी रखा गया है, वहीं 6 नियमित सफाई कर्मी भी है। जिन्हें नियमित वेतन दिया जा रहा है। रेल्वे के प्रतिनिधि ने जानकारी देते हुए बताया कि रेल्वे में 32 सफाईकर्मी है जो शिफ्ट में कार्य कर रहे हैं तथा उन्हें नियमित वेतन प्रदान किया जा रहा है। बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्री लोकेश चंद्राकर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती प्रज्ञा मेश्राम, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी, श्रमपदाधिकारी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।