लोगों के लिए वरदान साबित हो रहा हाट-बाजार और मोबाईल क्लीनिक योजना
लोगों के लिए वरदान साबित हो रहा हाट-बाजार और मोबाईल क्लीनिक योजना


रायपुर । मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के प्रयास से आज राज्य भर में लोगों को बेहद आसानी से निःशुल्क स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिल रहा है। खासकर राज्य के कमजोर वर्ग के लोग एवं  दुर्गम तथा संवेदनशील क्षेत्रों के लोगों को जिनसे जीवन की स्वास्थ्य जैसी मूलभूत आवश्यकता भी दूरी बनाकर रखती हैं। श्री बघेल के प्रयास से इस दूरी को कम करते हुए समाप्त करने की दिशा में निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं। जन-जन तक स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से हाट-बाजार और स्लम स्वास्थ्य योजना जैसे कार्यक्रम राज्य सरकार द्वारा प्रारंभ किये गये हैं।  

हाट-बाजारों के ग्रामीण जीवन में महत्व को देखते हुए राज्य सरकार ने अक्टूबर 2019 से मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना की शुरुआत की। जहां रोजमर्रा की जरूरत के सामानों की खरीदारी के साथ-साथ स्वास्थ्य जांच की सुविधा भी निःशुल्क मिलने लगी । इन बाजारों में ग्रामीण आसानी से स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ उठा रहे हैं। इसके अलावा शहरी क्षेत्रों में स्लम स्वास्थ्य योजना के अंतर्गत मोबाईल मेडिकल यूनिट के द्वारा बस्ती क्षेत्रों मे स्वास्थ्य सुविधा प्रदान की जा रही है। हाट-बाजार और मोबाईल मेडिकल यूनिट की सुविधा का एक सफल उदाहरण है बस्तर जिला जहाँ के 25 हाट बाजारो में क्लीनिक के आयोजन से दूरस्थ क्षेत्रों के लगभग सात हजार ग्रामीणों को तथा जगदलपुर निगम क्षेत्र में चार मोबाईल मेडिकल यूनिट के माध्यम से क्रमवार चार वार्डों में स्वास्थ्य सुविधा देते हुए 43 हजार मरीजों को लाभान्वित किया गया है। कमजोर वर्ग अक्सर पैसों की समस्या के कारण अपनी स्वास्थ्यगत समस्याओं की अनदेखी करते हैं और तब तक अस्पताल नहीं पहुंचते जब तक समस्या गंभीर न हो जाये।

कई बार ये बीमारी इतनी  गंभीर हो जाती है कि उसका ठीक होना मुश्किल हो जाता है। इसलिए राज्य सरकार लोगों तक स्वास्थ्य सुविधाओं की पहुंच को बढ़ावा दे रही है। इन क्लीनिक योजनाओं से जन-जन तक स्वास्थ्य सुविधा की पहुंच के सकारात्मक परिणाम दिखाई दे रहे हैं। योजना के तहत हाट-बाजारों में स्वास्थ्य विभाग द्वारा कैंप लगाकर ग्रामीणों को उपचार एवं चिकित्सा परामर्श दिया जा रहा है। यहां लोग खरीदारी के साथ स्वास्थ्य परामर्श और स्वास्थ्य परीक्षण करवा रहे हैं साथ ही अनुभवी चिकित्सकों से मार्गदर्शन भी  प्राप्त कर रहे हैं। इन योजनाओं के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग द्वारा कैंप लगाकर ग्रामीणों को सर्दी, खांसी, बुखार, ब्लड प्रेशर, मधुमेह, मलेरिया की जाँंच, गर्भवती महिलाओं की जांच, नेत्र विकार सहित मौसमी बीमारियों का उपचार एवं चिकित्सा परामर्श दिया जा रहा है। इन शिविरों में ब्लड प्रेशर, खून जांच जैसी प्रारंभिक जांच की जाती है। गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों को बेहतर ईलाज के लिए उचित चिकित्सालयों में भेज दिया जाता है।