बिलासपुर जेल: कैदियों से अवैध वसूली का खुलासा, जेल अधिकारियों पर गंभीर आरोप
बिलासपुर जेल: कैदियों से अवैध वसूली का खुलासा, जेल अधिकारियों पर गंभीर आरोप

बिलासपुर सेंट्रल जेल में गैंगवार के बाद एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। जेल प्रबंधन पर कैदियों से अवैध वसूली करने का आरोप लगा है। बताया जा रहा है कि जेल में कैदियों को बीड़ी, तंबाकू, गांजा और नशीली दवाइयां आसानी से उपलब्ध हो जाती हैं, और इसके बदले उनसे मोटी रकम वसूली की जाती है।

जेल में नशे के हर सामान की कीमत तय है। कैदियों के परिजनों ने दावा किया है कि जेल में अवैध वसूली का धंधा जेल डीजी तक के मिलीभगत से चल रहा है। उन्होंने चीफ जस्टिस को पत्र लिखकर जांच कराने और दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।

परिजनों ने आरोप लगाया है कि चर्चित विराट अपहरण कांड के सजायाफ्ता कैदी को नियमों को दरकिनार कर नंबरदार बना दिया गया है। इस पद का इस्तेमाल पैसों की वसूली के लिए किया जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया है कि अपहरण कांड के अभियुक्त अनिल सिंह को जेल अधीक्षक खोमेश मंडावी का संरक्षण प्राप्त है।

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परिजनों के पत्र में बताया गया है कि जेल में 10 से 15 रुपए की बीड़ी के पैकेट की कीमत 200 रुपए है, पांच से 10 रुपए का तंबाकू पैकेट 100 रुपए, गांजा का जीपर 500 रुपए और नाइट्रा टेबलेट 100 रुपए में आसानी से मिल जाता है। यह अवैध वसूली का धंधा नंबरदार अनिल सिंह चलाता है।

ये आरोप बिलासपुर जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाते हैं। कैदियों से अवैध वसूली और जेल अधिकारियों की मिलीभगत एक गंभीर मामला है जिसकी निष्पक्ष जांच जरूरी है। इस मामले में चीफ जस्टिस को भेजे गए पत्र के बाद अब देखना होगा कि इस मामले में आगे क्या कार्रवाई की जाती है।