रायपुर, छत्तीसगढ़: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आधुनिक हिंदी साहित्य के जनक माने जाने वाले महान साहित्यकार भारतेन्दु हरिश्चन्द्र की 9 सितंबर को जयंती पर उन्हें नमन किया है। श्री साय ने देश हित और हिंदी साहित्य में भारतेन्दु हरिश्चन्द्र के अमूल्य योगदान को याद करते हुए कहा कि “भारतेन्दु जी बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। वे हिन्दी साहित्य के आधुनिक काल के एक उत्कृष्ट कवि, सशक्त व्यंग्यकार, सफल नाटककार, जागरूक पत्रकार तथा ओजस्वी गद्यकार थे। इसके अलावा वे सम्पादक और कुशल वक्ता भी थे।
भारतीय नवजागरण के अग्रदूत: मुख्यमंत्री ने कहा कि “भारतीय नवजागरण के अग्रदूत के रूप में प्रसिद्ध भारतेन्दु जी ने अपने साहित्य के माध्यम से देश की गरीबी, रूढ़िवाद, पराधीनता, शासकों के अमानवीय शोषण के विरुद्ध अपनी आवाज बुलंद की। इसके साथ ही हिन्दी को राष्ट्र-भाषा के रूप में प्रतिष्ठित करने में उनका बड़ा योगदान रहा। उन्होंने खड़ी बोली के सरल रूप को गद्य में स्थापित किया। उनके साहित्य ने लोगों में अपनी भाषा और संस्कृति के प्रति प्रेम जगाया।”
चिरस्मरणीय योगदान: श्री साय ने कहा कि “साहित्य के क्षेत्र में भारतेन्दु जी का योगदान चिरस्मरणीय है।”