छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री विजय शर्मा ने राज्य के साइबर फॉरेंसिक लैब का निरीक्षण किया। यह लैब रायपुर के पुलिस मुख्यालय में स्थित है। इस दौरान उन्होंने लैब में मौजूद विभिन्न उपकरणों और सॉफ्टवेयरों का अवलोकन किया। इन उपकरणों में मोबाइल फॉरेंसिक सॉफ्टवेयर, हार्ड डिस्क फॉरेंसिक सॉफ्टवेयर, और वीडियो विश्लेषण प्रक्रिया शामिल हैं।
शर्मा जी ने जिलों से प्राप्त रिपोर्ट्स और लैब द्वारा भेजे जाने वाले प्रतिवेदनों की भी समीक्षा की। उन्हें साइबर अपराध शाखा द्वारा लैब, रीजनल साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर, राज्य साइबर पुलिस थाना और 1930 साइबर क्राइम हेल्पलाइन सेंटर द्वारा साइबर अपराध की रोकथाम के लिए किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी गई।
उपमुख्यमंत्री ने साइबर अपराधों की रोकथाम के लिए व्यापक जन जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिये। इस अभियान में स्कूल और कॉलेजों को शामिल करने की बात कही गई। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को सूचना प्रौद्योगिकी में उभरती नई तकनीकों से सुसज्जित करने के लिए शैक्षणिक संस्थानों के साथ साझेदारी करने के निर्देश भी दिए।
निरीक्षण के दौरान पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक प्रदीप गुप्ता, सहायक पुलिस महानिरीक्षक कवि गुप्ता और साइबर फॉरेंसिक लैब के अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।