इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर ने ‘मिशन साहसी’ कार्यक्रम शुरू किया है, जिसमें महिलाओं को स्वरक्षा प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह कार्यक्रम 17 से 19 अक्टूबर, 2024 तक आयोजित किया जा रहा है।
इस कार्यक्रम का मकसद विश्वविद्यालय की छात्राओं, महिला कर्मचारियों और उनके परिवार की महिलाओं को शारीरिक स्वरक्षा संबंधी तकनीकों का प्रशिक्षण देना है। यह प्रशिक्षण रानी अहिल्याबाई होल्कर, रानी दुर्गावती और झांसी की रानी लक्ष्मी बाई के साहस से प्रेरित है।
कार्यक्रम में महिलाओं को किसी भी आकस्मिक घटना की स्थिति में अपने और अन्य महिलाओं की रक्षा करने के लिए आवश्यक तकनीकों का सजीव प्रशिक्षण दिया जाएगा।
मिशन साहसी – महिलाओं की हिम्मत को बढ़ावा
यह पहली बार है जब छत्तीसगढ़ में ‘मिशन साहसी’ कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। यह कार्यक्रम लैगिंक उत्पीड़न शिकायत समिति, राष्ट्रीय कैडेट कोर और राष्ट्रीय सेवा योजना के सहयोग से चलाया जा रहा है।
इस कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में ममता चंदेल मुख्य अतिथि होंगी और डॉ. आरती गुहे अध्यक्षता करेंगी। यह समारोह 17 अक्टूबर, 2024 को प्रातः 10 बजे होगा। इस अवसर पर डॉ. संजय शर्मा (अधिष्ठाता छात्र कल्याण) और डॉ. जी.के. दास (अधिष्ठाता, कृषि महाविद्यालय, रायपुर) विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे।
स्वरक्षा के लिए अंजलि गिरी गोस्वामी देंगी प्रशिक्षण
तीन दिवसीय कार्यक्रम में अंजलि गिरी गोस्वामी, अंतर्राष्ट्रीय कराटे खिलाड़ी और सेकंड डेन ब्लैक बैल्ट, कार्यस्थल पर होने वाले लैंगिक उत्पीड़न से बचाव के लिए स्वरक्षा की शारीरिक दांव पेंच और तकनीक सिखाएंगी।
महिलाओं की सुरक्षा एक महत्वपूर्ण मुद्दा है और ‘मिशन साहसी’ जैसे कार्यक्रमों से यह महत्वपूर्ण कदम है। यह कार्यक्रम महिलाओं को आत्मविश्वास और शक्ति देने में मदद करेगा।
इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए डॉ. ज्योति भट्ट (सचिव, लैगिंक उत्पीड़न शिकायत समिति) से संपर्क किया जा सकता है।