C1BD7F03AACC0AA427C7460609383BE7, \\\\\\\'गढ़बो नवा छत्तीसगढ़\\\\\\\' के नारे को सार्थक करने नई उद्योग नीति सहायक सिद्ध होगा - मुख्यमंत्री भूपेश बघेल
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मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राजधानी में आयोजित नई औद्योगिक नीति पर उद्योगपतियों के साथ चर्चा कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। इस अवसर पर उनके साथ उद्योग मंत्री कवासी लखमा उपस्थित थे। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आद्यौगिक क्षेत्र में विकास के लिए उसका व्यवसायिक स्वरुप में होना महत्वपूर्ण है। यदि हम उद्योगों को व्यवसायिक स्वरूप प्रदान करने में सफल होने तब जा कर हमारा उद्योग नीति भी सफल होगा। सबसे महत्वपूर्ण उद्योग के क्षेत्र में कंपनियों को आवेदन के पेचीदों से राहत देना होगा। सिंगल विंडो का कार्यप्रणाली को वास्तविक स्वरूप में प्रारम्भ करना होगा। जब सरकारी कार्यालयों में कार्यवाही सरल होगा तब जा कर उद्योग कंपनी प्रदेश में उद्योग लगाने के लिए आकर्षित होंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में खनिज अयस्कों की प्रचुर मात्रा है इसलिए लोहा, बाक्साइड, कोयला से सम्बंधित उद्योग लगाने में कठिनाइयां नहीं आती है लेकिन कई ऐसे भी क्षेत्र हैं जहाँ काम करना अभी बाकी रहा गया है। छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा भाग वनोपज एवं कृषि क्षेत्र से जुड़े व्यवसाय पर निर्भर हैं। यदि प्रदेश के उद्योग पति इस क्षेत्र में कार्य करेंगे तो ’गढ़बो नवा छत्तीसगढ़’ के नारे को सार्थक रूप देने में राज्य सरकार को आप सभी का सहयोग प्रदान होगा। राज्य को आगे बढ़ाने के लिए आप उद्योग पतियों ने राजस्व और रोजगार दोनों दिया है। इसी तरह हम उन अनछुये क्षेत्रों में काम करेंगे तब प्रदेश का दिशा और दशा दोनों बदला जा सकता है।

 छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था को मजबूती देने में उद्योगों को भी बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार द्वारा आवश्यक पहल कर नई औद्योगिक नीति 2019-24 तैयार की गई है। छत्तीसगढ़ की नई औद्योगिक नीति में समावेशी विकास, आत्मनिर्भर तथा परिपक्व अर्थव्यवस्था के निर्माण को विशेष रूप से ध्यान में रखा गया है।  कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे उद्योग मंत्री श्री कवासी लखमा ने कहा कि राज्य में उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री श्री बघेल के नेतृत्व में बहुत ही कम समय में नई औद्योगिक नीति बनायी गई है। इनमें अब तक के उद्योग विहीन वाले क्षेत्रों में वहां उपलब्ध संसाधनों के आधार पर प्राथमिकता से उद्योग लगाए जाएंगे। इससे राज्य के हर क्षेत्र में उद्योग स्थापित होंगे और वहां उपलब्ध संसाधनों का स्थानीय जनता के हित में बेहतर उपयोग हो सकेगा। कार्यक्रम को प्रमुख सचिव उद्योग श्री मनोज पिंगुआ, सीआईआई के अध्यक्ष श्री अमित अग्रवाल, फिक्की के अध्यक्ष श्री प्रदीप टंडन, उरला इंडस्ट्रियल एसोसिऐशन के उपाध्यक्ष श्री अश्विन गर्ग ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर विभिन्न औद्योगिक संगठानों के पदाधिकारी और उद्योगपति उपस्थित थे।

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